पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया. जहां एक व्यक्ति की जिम में वर्कआउट के तुरंत बाद मौत हो गई. मृतक की पहचान 37 वर्षीय मिलिंद कुलकर्णी के रूप में हुई है. बताया गया कि मिलिंद रोज की तरह वर्कआउट कर रहे थे और सेशन खत्म होने के बाद जब वो पानी पी रहे थे, तभी अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. जिम में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई है. जैसे ही मिलिंद गिरे, वहां मौजूद लोग फौरन उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि उनकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है. जानकारी के मुताबिक, मिलिंद पिछले 6 महीने से नियमित रूप से जिम जा रहे थे और उन्हें किसी गंभीर बीमारी की शिकायत नहीं थी. उनकी पत्नी खुद एक डॉक्टर हैं.
युवाओं में भी बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा
पहले हार्ट अटैक को उम्रदराज लोगों की बीमारी माना जाता था, लेकिन हाल के वर्षों में तस्वीर काफी बदल गई है. मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 से 40 साल के उम्र वाले युवाओं में भी हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खानपान में गड़बड़ी, अत्यधिक तनाव, नींद की कमी, सिडेंटरी (बैठे रहने वाली) लाइफस्टाइल और बिना डॉक्टरी सलाह के एक्सेसिव वर्कआउट ये सभी कारण इस बढ़ती समस्या के पीछे माने जा रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि जिम जाने से पहले शरीर की पूरी जांच करवाना और फिटनेस को लेकर डॉक्टर या फिटनेस ट्रेनर से सही गाइडेंस लेना बेहद जरूरी है. सिर्फ दिखने में फिट होना ही काफी नहीं, बल्कि शरीर के अंदर की सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है. मिलिंद की अचानक मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हम अपनी सेहत को लेकर उतने जागरूक हैं, जितना दिखाने की कोशिश करते हैं? यह घटना बाकी युवाओं के लिए एक चेतावनी है कि जिम या किसी भी फिटनेस एक्टिविटी की शुरुआत सोच-समझकर और विशेषज्ञों की सलाह से करनी चाहिए.