– पीएम, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री को भेजे ज्ञापन
– कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी।
फतेहपुर। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 में संशोधन कर अधिनियम लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण होने की अनिवार्यता से मुक्त किए जाने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तत्पश्चात पीएम समेत केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजे। संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह व जिला महामंत्री मान सिंह यादव की अगुवई में पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया तत्पश्चात डीएम के माध्यम से पीएम, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, सीएम व बेसिक शिक्षा मंत्री को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में शिक्षक नियुक्त होने अथवा प्रोन्नति हेतु टीईटी उत्तीर्णता की अनिवार्य किया गया था। जिसमें अधिनियम लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को भी टीईटी उत्तीर्ण होना अनिवार्य होने से संबंधित कोई आदेश दिशा-निर्देश नहीं था न ही भारत सरकार अथवा किसी राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई की गई। परन्तु हाल में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गलत तथ्यों के आधार पर यह आदेश जारी किया गया है कि देश में शिक्षक बने रहने के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। जिसमें मात्र पांच साल की सेवा बचे लोगों को छूट दी गई है परन्तु प्रोन्नति में उन्हें भी छूट नहीं दी गई है जिससे प्रदेश के लाखों शिक्षक व शिक्षिकाओं की नौकरी/प्रोन्नति पर खतरा उत्पन्न हो गया है। मांग किया कि इस मामले में हस्तक्षेप करके अधिनियम में आवश्यक संशोधन कर शिक्षक व शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण की अनिवार्यता से मुक्त किया जाए। इस मौके पर राजेन्द्र कुमार सैनी, इन्द्रसेन यादव, राजीव उमराव, अशोक कुमार, विश्वनाथ कुमार वर्मा, राकेश कुमार, संतलाल सोनकर, शिवम सचान, दिनेश सिंह, अनामिका देवी, योगेन्द्र प्रसाद सहित तमाम शिक्षक मौजूद रहे।
