– पुलिस की मौजूदगी में घटना, असोथर थाने पर मिलीभगत के आरोप
फतेहपुर। असोथर थाना क्षेत्र के कुसुंभी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुरानी रंजिश के चलते प्रधानपति और उनके दबंग दोस्तों ने रामलीला देखने आए युवकों पर धारदार औजारों से जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ जब मौके पर पुलिस भी मौजूद थी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज न करने की शिकायत की है। इस घटना से गांव में तनाव का माहौल है और लोग आक्रोशित हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुसुंभी गांव में होली मिलन समारोह व रामलीला का आयोजन चल रहा था। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण और आसपास के लोग रामलीला देखने के लिए जुटे थे। इसी बीच, प्रधानपति और उनके कुछ दबंग साथियों ने पुरानी रंजिश को लेकर कुछ युवकों को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावरों ने पहले युवकों से गाली-गलौज शुरू की और फिर अचानक धारदार हथियारों जैसे कुल्हाड़ी, फरसा और चाकू से उन पर हमला बोल दिया। हमले में कई युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के समय मौके पर असोथर थाने की पुलिस मौजूद थी, लेकिन हमलावरों को रोकने में नाकाम रही। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने न केवल हमले को रोकने की कोशिश नहीं की, बल्कि बाद में भी मामले को दबाने की कोशिश की। एक पीड़ित के परिजन विजय शंकर पांडेय ने कहा, पुलिस के सामने ही हमलावरों ने मेरे बेटे पर हथियारों से वार किया, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही। अब थाने में शिकायत करने पर भी सही धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा। यह साफ मिलीभगत का मामला है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हमला पुरानी रंजिश का नतीजा है, जो गांव में दो गुटों के बीच लंबे समय से चल रही दुश्मनी से जुड़ा है। कुछ लोगों ने बताया कि प्रधानपति और उनके दोस्तों का इलाके में दबदबा है, जिसके चलते वे बेखौफ होकर ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं। इस घटना में शामिल हमलावरों की पहचान अभी पूरी तरह उजागर नहीं हुई है, लेकिन ग्रामीणों ने दावा किया कि प्रधानपति के साथ उनके करीबी दबंग साथी इस हमले में शामिल थे। घटना की सूचना मिलते ही असोथर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन लोगों का आरोप है कि जानलेवा हमले के बावजूद हल्की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। थाना प्रभारी ने कहा, ष्हमने घटना की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि, पुलिस के इस बयान से ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं और उच्च अधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। इस हमले ने न केवल कुसुंभी गांव में दहशत फैला दी है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही निष्पक्ष जांच और कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। कुछ लोगों ने जिला प्रशासन से इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वतंत्र जांच की मांग भी की है। फिलहाल, घायल युवकों का इलाज जारी है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल उठाती है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाता है। यह वारदात फतेहपुर के असोथर क्षेत्र में बढ़ते अपराध और दबंगई का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है।