ब्राजील की राजधानी रियो डी जनेरियो की सड़कों पर 28 अक्टूबर को जबरदस्त खून-खराबा हुआ. ये हिंसा तब शुरू हुई जब पुलिस ने ड्रग तस्करों के खिलाफ अपना अभियान शुरू किया. इस मुठभेड़ में अब तक 60 संदिग्ध और 4 पुलिसवाले मारे जा चुके हैं. साथ ही अब तक 81 संदिग्धों  को गिरफ्तार किया जा चुका है.

अधिकारियों ने बताया कि 28 अक्टूबर को रियो डी जनेरियो में ब्राजील के लगभग 2,500 पुलिस और सैनिकों ने एक ड्रग-ट्रैफिकिंग गैंग पर बड़ा छापा मारा. छापे के दौरान 81 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान काफी गोलीबारी हुई जिसमें कम से कम 60 संदिग्ध और चार पुलिस अधिकारी मारे गए. पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर और बख्तरबंद गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया. ऑपरेशन में कॉम्प्लेक्सो डी एलेमाओ और पेन्हा के बड़े गरीब इलाकों में कुख्यात गिरोह ‘रेड कमांडो’ को निशाना बनाया. यह पुलिस ऑपरेशन ब्राजील के हाल के इतिहास में सबसे हिंसक ऑपरेशनों में से एक था. यही वजह है कि मानवाधिकार संगठनों ने इस दौरान हुई मौतों की जांच की मांग की है.

रिपोर्ट के मुताबिक अगले एक हफ्ते बाद, रियो में क्लाइमेट चेंज से निपटने वाले मेयरों का C40 ग्लोबल समिट और प्रिंस विलियम का अर्थशॉट प्राइज जैसे कार्यक्रम होने हैं. इसमें पॉप स्टार काइली मिनोग और चार बार के फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियन सेबेस्टियन वेट्टल जैसी हस्तियां भी आएंगी. यह सारे कार्यक्रम COP30 की तैयारी का हिस्सा है, जो 10 नवंबर से 21 नवंबर तक अमेजन शहर बेलेम में होने वाला यूनाइटेड नेशंस का क्लाइमेट समिट है. इस पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए रियो के गवर्नर क्लॉडियो कास्त्रो ने बताया