-शहर व कमासिन में 6-6 और बड़ोखर में मात्र 9 फीसद एथेंटिकेशन
-5 दिन में पूरा करें काम,
-हीलाहवाली नहीं होगी बर्दाश्त
सीडीपीओ ने आंगनबाड़ी व सहायिका को दिया अल्टीमेटम
बांदा, 19 जून 2025 को लाभार्थियों की केवाईसी व चेहरा प्रमाणीकरण में लापरवाही बरतने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हिदायत जारी की गई है। फोन न चलने, नेटवर्क न आने या अन्य किसी भी प्रकार का बहाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 5 दिन के अंदर शत प्रतिशत कार्य नहीं किया गया तो आंगनबाड़ी/सहायिका का जून का मानदेय रोक दिया जाएगा। साथ ही सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी की जा सकती है। राष्ट्रीय बाल विकास पुष्टाहार कार्यक्रम के तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में पुष्टाहार पाने वाले बच्चों, धात्री महिलाओं व गर्भवती का चेहरा प्रमाणीकरण अभियान चलाया जा रहा है। यह कार्य जून से पहले ही पूरा करना है। जिन लाभार्थियों का चेहरा प्रमाणीकरण होगा, जुलाई में उन्हें ही पुष्टाहार वितरित किया जाएगा। कमासिन बाल विकास परियोजना अधिकारी राम प्रकाश ने बताया कि उनके पास शहर व बड़ोखर ब्लाक का अतिरिक्त प्रभार है। सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लाभार्थियों का शत प्रतिशत ई-केवाईसी व फेस एथेंटीकेशन करने के लिए 20 जून तक का समय दिया गया था। लेकिन अब तक कमासिन में 10634 लाभार्थियों के सापेक्ष 668 यानी 6 फीसद, बड़ोखर खुर्द मे 10765 में से 998 यानी 9 प्रतिशत और शहरी क्षेत्र में 13436 के सापेक्ष 812 यानी 6 फीसद लाभार्थियों का ही प्रमाणीकरण हो पाया है। कई आंगनबाड़ी बिना अनुमति केंद्र से बाहर घूम रही हैं। काम में लापरवाही बरत रही हैं। सीडीपीओ ने कहा कि निर्धारित अवधि तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो जुलाई में मिलने वाला पोषाहार प्राप्त होगा। ऐसे में लाभार्थी लाभ से वंचित रहे तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी आंगनबाड़ी/सहायिका की होगी। चेतावनी देते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 दिन के अंदर कार्य पूर्ण करने को कहा है। अगर पांच दिन में शत प्रतिशत कार्य नहीं किया तो सेवा समाप्ति के लिए तैयार हो जाएं।