आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र में प्रकाश नगर के पास बस हादसे में दुल्हन के जीजा और फुफेरे भाई की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। दुल्हन ने लहंगा नहीं पहना और न ही दूल्हे ने शेरवानी। आनन-फानन में एक घंटे के अंदर विवाह की रस्में पूरी कर ली गईं। मामले में बस चालक के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। प्रकाश नगर निवासी हर्ष माथुर की शादी एटा के नगला गलू निवासी जयप्रकाश की बेटी नेहा के साथ तय हुई थी। दुल्हन पक्ष को प्रकाश नगर के मैरिज होम में बुलाया गया था।
सोमवार की शाम को बरात से पहले दुल्हन पक्ष के लोग एटा से बस से विवाह स्थल जाने के लिए निकले थे। प्रकाश नगर अंडरपास के पास दुल्हन के धौर्रा, एत्मादपुर के रहने वाले जीजा सतीश कुमार और दुल्हन की बुआ का लड़का अमोल बस को रास्ता बताने के लिए अंडरपास पहुंचे थे। वह अंडरपास के आगरा की ओर वाले हिस्से में खड़े थे। तभी बस बेकाबू हो गई और सतीश, अमोल व सोनू चपेट में आ गए थे। सतीश व अमोल की मौके पर ही मौत हो गई थी। सोनू घायल हो गया। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया था। हादसे की खबर मिलने पर मैरिज होम में खुशियां मातम में बदल गईं।
सतीश ने विवाह तय कराया था। उनकी मौत से परिजन का बुरा हाल था। किसी तरह रात में ही एक घंटे के अंदर शादी की रस्में सादगी से अदा की गईं। सोमवार को शादी वाले घर में दूल्हे के यहां भी सन्नाटा पसरा हुआ था। शादी में मिला दहेज का सामान भी घर के बाहर ही पड़ा हुआ था। हादसे के मामले में सतीश के बेटे अमन कुमार ने बस चालक के विरुद्ध लापरवाही और तेजी से गाड़ी चलाने का केस दर्ज कराया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस की छत पर रखे टूल ब़ॉक्स पर भी 15-20 लोग बैठे हुए थे। अंडरपास से पहले लगे गर्डर से टूल बाॅक्स टकराने के डर से चालक ने बस की छत पर सवार लोगों को नीचे उतारा था। बस अंडरपास की ओर चली तभी बॉक्स गर्डर से टकरा गया। इसी के बाद चालक का बस से नियंत्रण नहीं रहा। बस लहराती हुई तीन लोगों को रौंदती हुई निकल गई।