गांव में पुरानी रंजिश की आशंका, घायल खतरे से बाहर, पुलिस कर रही जांच
मोहम्मदाबाद (फ़र्रूख़ाबाद): थाना क्षेत्र के ग्राम दाऊदपुर पूर्वी में बीती रात एक 50 वर्षीय वृद्ध को सोते समय गोली मार दी गई। गंभीर रूप से घायल वृद्ध को प्राथमिक उपचार के बाद सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। घटना के पीछे पुरानी रंजिश और संपत्ति विवाद की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।
घटना रात्रि लगभग 12 बजे की है, जब सत्यवीर कमाता प्रसाद पुत्र स्वर्गीय अनोखे लाल अपने घर से लगभग 200 मीटर दूर बने दूसरे मकान की छत पर भेड़ों के पास चारपाई डालकर अकेले सो रहे थे। तभी अज्ञात लोगों ने उन पर जानलेवा हमला करते हुए गोली चला दी। गोली लगने के बाद घायल सत्यवीर ने पास में ही रह रही अपनी बुआ रामबेटी को आवाज दी, जो घर के आंगन में लेटी थीं। घायल ने कहा, “मुझे गोली मार दी गई है, मेरे घर पर सूचना दे दो।” परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस पहुंचने के बाद घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें राम मनोहर लोहिया और फिर सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
घायल सत्यवीर की शादी नहीं हुई थी और वह अपने भाई मुनीम के साथ रहता था। मुनीम ने बताया कि जुलाई 2024 में उसकी पुत्री को गांव के ही जयवीर पुत्र रमेश बहला-फुसलाकर ले गया था, जिस पर मोहम्मदाबाद थाने में जयवीर, गौरव, दीपेश, हरिशंकर और भारत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। लड़की की बरामदगी के बाद जयवीर को जेल भेजा गया था।
मुनीम का आरोप है कि इसी रंजिश के चलते बीती रात गौरव पुत्र ज्योंराखन, हरिशंकर पुत्र मुंशी लाल और दीपेश पुत्र रमेश उर्फ पप्पू ने मिलकर सत्यवीर पर हमला किया। हालांकि अभी तक मुनीम ने थाने में घटना की तहरीर नहीं दी है।
मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ल और पुलिस बल ने घटनास्थल की जांच की। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि गांव के प्रधान राजू पाल और परिजनों से बातचीत के आधार पर यह सामने आया है कि मृतक सत्यवीर के चार भाइयों में से दो की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। वह अपने भाई मुनीम के साथ रहता था और उसके पास लगभग 100 भेड़ें हैं।
सीओ द्विवेदी ने यह भी बताया कि गौरव को सत्यवीर का अपने भाई मुनीम के साथ रहना पसंद नहीं था। जमीन के हिस्से को लेकर मनमुटाव था और इसी कारण घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है। फिलहाल सत्यवीर खतरे से बाहर है, और पुलिस तहरीर मिलने की प्रतीक्षा कर रही है। तहरीर मिलते ही नामजद आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।