*संवाददाता*
*सैयद समीर हुसैन*
मुंब्रा निवासी मिस्बा शेख ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। उनके अनुसार अब्दुल रहमान अब्दुल सत्तार उर्फ (सलीम) ने उनके बैंक खाते का गलत इस्तेमाल कर वीज़ा के नाम पर ठगी की है। मिस्बा शेख का कहना है कि सलीम ने उनके बैंक खाते में अपना मोबाइल नंबर दर्ज कर रखा था ताकि पैसे की किसी भी तरह की कोई जानकारी मुझे ना मिले।और उसी का दुरुपयोग करते हुए उसने वीज़ा दिलाने के बहाने कई लोगों से पैसे वसूले। इनमें से हुमैरा से 1,10,000 रुपये और आयशा धीरज से 50,000 रुपये सलीम के द्वारा लिए गए। मिस्बा का दावा है कि उन्हें इस धोखाधड़ी की कोई जानकारी नहीं थी। जब पीड़ित महिलाएँ मुसीबत में फँसीं, तब जाकर उन्होंने मिस्बा से संपर्क किया। मामले का खुलासा होने के बाद मिस्बा ने तुरंत बैंक जाकर अपना खाता फ्रीज़ करवाया और तीन महीने का बैंक स्टेटमेंट निकाला, जिसमें साफ़ दिख रहा है कि सभी लेन-देन केरल से हुए हैं और पैसे सलीम ने अपने परिवार के खातों में ट्रांसफ़र किए हैं। इतना ही नहीं, सलीम पर मिस्बा ने उनकी मोटरसाइकिल (MH04LF9130) चोरी कर बिना बताए मुंब्रा से केरल ले जाने का भी आरोप लगाया है। उनके पास इसकी चालान रसीद भी मौजूद है, जिससे साबित होता है कि गाड़ी केरल में है। मिस्बा ने बताया कि अब हुमैरा और आयशा उन पर ही कानूनी कार्रवाई कर रही हैं और मीडिया में भी उनका नाम बदनाम किया जा रहा है। जबकि इस पूरे प्रकरण से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील करते हुए कहा –
“इस मामले में दोषी सिर्फ अब्दुल रहमान अब्दुल सत्तार (सलीम) है। पीड़ित महिलाओं के साथ जो फ्रॉड हुआ है, इस मामले को लेकर सलीम के खिलाफ कार्रवाई के लिए मैं पूरी तरह सहयोग करने को तैयार हूँ। लेकिन निर्दोष लोगों को फँसाकर बदनाम करना ठीक नहीं है। पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और असली दोषी को सज़ा मिलनी चाहिए।”अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और पीड़ितों को कब न्याय मिलता है।