गौतम अडानी की दिलचस्पी अहमदाबाद की कंपनी Diamond Power Infrastructure Ltd (DPIL) में हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में सबसे आगे है. ईटी की रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो और कंपनियां भी इस हिस्सेदारी के लिए दौड़ में हैं. देश के दूसरे सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी का ग्रुप DPIL में इसलिए दिलचस्पी दिखा रहा है क्योंकि ये अपने वेंडर इकोसिस्टम को और भी बेहतर बनाना चाहता है. आने वाले कुछ साल में अडानी ग्रुप का कैपिटल एक्सपेंडिचर और तेजी से आगे बढ़ने वाला है.
DPIL बिजली के जुड़े कई काम करती है
DPIL एक ऐसी कंपनी है जो बिजली के जुड़े कई काम करती है. ये केबल, कंडक्ट, ट्रांसमिशन और टावर जैसे सेक्टर में काम करती है. कंपनी ट्रांसमिशन लाइन टावर और उनके पार्ट्स बनाने और लगाने का काम भी करती है. ये काम कंपनी सब कुछ खुद ही करती है. कंपनी की इलेक्ट्रिक इंडस्ट्री में वायर एंड केबल की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है. इसका मार्केट 2023 तक 8.7 अरब डॉलर था जिसके 2032 में 17 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है.
कंपनी का मार्केट कैप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Diamond Power Infrastructure Ltd (DPIL) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए तीन कंपनियां बातचीत कर रही है जिसमें अडानी ग्रुप भी शामिल है. DPIL के प्रमोटरों के पास अभी कंपनी की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी है. जो मार्च 2024 में 94.88 प्रतिशत थी. सेबी के नियमों के अनुसार, कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को घटाकर 75 प्रतिशत पर लाना है. ये डील 60 दिनों में हो जाएगी. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5 हजार करोड़ रुपए है. लेकिन अभी तक ये नहीं पता चला है कि कंपनी कितनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है.
कंपनी का प्लान
अडानी ग्रुप कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने के बाद मौजूदा मैनेजमेंट को ही कामकाज संभालने दे सकता है. ऐसा ही कुछ कंपनी ने अपने कंस्ट्रक्शन कंपनी पीएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ किया था. इस कंपनी में अडानी ग्रुप ने पिछले साल 685 करोड़ रुपए में 30.07 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी था. वहीं, पिछले साल अक्टूबर में अडानी ग्रुप की कंपनी रिन्यू एक्जिम DMCC ने आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया में बड़ी हिस्सेदारी को खरीदा था. आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया एक इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी है जो भारत और विदेश दोनों में सिविल, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन में कारोबार करती है.