जयपुर की सेंट्रल जेल से 20 सितंबर की सुबह फरार बंदियों की गिरफ्तारी हो गई है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दीवार फांदते समय दोनों करंट लगने से नीचे गिर गए थे।करीब 20 मिनट तक दोनों बेहोश पड़े रहे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। आरोपियों ने बताया कि स्मैक नहीं मिलने के कारण वो जेल से भागे थे। इस दौरान उनका एक्सीडेंट भी हुआ।दोनों को 24 घंटे के भीतर जयपुर शहर से ही अलग-अलग लोकेशन से पकड़ा गया। वहीं, इस केस में अब तक 11 जेल कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। SHO (लालकोठी) प्रकाश राम बिश्नोई ने बताया- जेल से भागने के मामले में आरोपी बंदी अनस उर्फ दानिश (25) निवासी फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश और नवल किशोर महावर (28) निवासी हिण्डौन सिटी करौली को अरेस्ट किया गया है।15 सितंबर को सांगानेर थाना पुलिस ने अनस को चोरी के आरोप में जयपुर सेंट्रल जेल में भेजा था। नवल किशोर को 17 सितंबर को मालपुरा गेट थाना पुलिस ने चोरी के आरोप में अरेस्ट कर जयपुर सेंट्रल जेल भेजा था। दोनों जेल की 13 नंबर बैरक में बंद थे।पुलिस पूछताछ उन्होंने बताया कि दोनों बदमाशों को स्मैक की लत है। जेल में स्मैक नहीं मिलने के चलते नवल किशोर का शरीर टूटने लगा। स्मैक को लेकर नवल किशोर ने साथी बंदी अनस से बातचीत की।जेल से बाहर निकलने पर ही स्मैक मिल सकती है। दोनों ने तय किया कि बिना स्मैक के मर जाने से बढ़िया जेल से भागकर जीना सही है।दोनों 3 दिन से जेल से भागने का प्लान बना रहे थे। दोनों रात के अंधेरे में बैरक में बने बाथरुम में गए। बाथरुम के अंदर लगे रोशनदान को दोनों ने लात मारकर तोड़ डाला।रोशनदान की ग्रिल को तोड़ने के बाद एक फीट की जगह में से दोनों बाहर जेल परिसर पहुंचे। जेल में लगे CCTV फुटेज में दोनों बंदी बाहर भागने की कोशिश में परिसर में इधर-उधर घूमते रहे।महिला जेल की तरफ जाकर कंबल से दीवार फांदने की कोशिश की, लेकिन कंबल के फटने से कामयाब नहीं हो सके। डेढ़ घंटे तक जेल परिसर में घूमने के दौरान प्लास्टिक की कुर्सी और पानी के पाइप को बाहर निकलने के लिए यूज किया।दोनों बंदियों ने पानी का प्लास्टिक पाइप जेल की 27 फीट ऊंची दीवार पर डाला। दीवार पर लगे बिजली वायर के ऊपर से पानी का पाइप डाला।कुर्सी पर चढ़कर दीवार पर लगे CCTV को पकड़ने पर अनस को करंट लग गया। करंट का झटका लगने के बाद भी जेल से भागने का हौसला नहीं टूटा। दोबारा कोशिश कर दोनों एक-दूसरे की मदद से जेल की दीवार पर चढ़ गए। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद रात 3:40 बजे जेल की दीवार चढ़ गए। दीवार पर लगे बिजली तारों में गैप कर निकलने का प्रयास करने लगे। वायर से टच होने के कारण दोनों जेल की 27 फीट ऊंची दीवार से नीचे आ गिरे। जेल के बाहर करीब 20 मिनट तक करंट लगने से बेहोश पड़े रहे। होश आने पर अनस उठा और नवल को छोड़कर वहां से चला गया। कुछ देर बाद नवल को होश आया और वह भी उठकर चला गया। जेल से भागने के बाद नवल ने मिश्रा मार्केट से बाइक चोरी की। रास्ते में उसे अनस भी मिल गया। टोंक रोड पर डिवाइडर से बाइक टकराने पर दोनों गिर गए।सिर में चोट लगने से लहूलुहान हो गए। वहां से निकल रहे राहगीर ने दोनों को पास ही एक हॉस्पिटल पहुंचाया। सिर में लगी चोटों पर पट्टी बंधवाकर दोनों चुपचाप वहां से निकल गए। बाइक को सुनसान जगह खड़ी कर दोनों अलग-अलग फरार हो गए।जेल से फरार होने के दौरान जेल प्रहरी गहरी नींद में थे। जिसके कारण दोनों बंदियों के जेल से फरार होने के बारे में पता नहीं चला। सुबह करीब 5 बजे जेल प्रहरियों को दीवार पर प्लास्टिक का पाइप लटका मिला।जेल की तलाशी लेने पर दोनों बंदियों के भागने का पता चला। जेल प्रशासन की ओर से तुरंत लालकोठी थाना पुलिस को सूचना दी गई।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रताप नगर इलाके से शनिवार दोपहर फरार बंदी अनस को पुलिस टीम ने धर-दबोचा। वहीं, नवल को पकड़ने के लिए स्मैक बिकने वाली जगहों पर रेकी की गई।रविवार सुबह करीब 5 बजे स्मैक लेने आए नवल किशोर को पुलिस टीम ने धर-दबोचा। गिरफ्तार दोनों बंदियों को रविवार दोपहर कोर्ट में पेश कर जेसी भेज दिया गया है।
