इंदौर: इंदौर में स्थित एनडीपीएस और आईपीएस स्कूल को धमकी भरा मेल आया है। यह मेल तमिलनाडु से आया है, जिसमें दोनों ही स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी है। इसके बाद स्कूल को खाली करा दिया गया है। बम स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच गई है। साथ ही दोनों स्कूलों की तलाशी ली जा रही है।
बताया जा रहा है कि प्राचार्य के मेल पर तमिलनाडु से ईमेल आया है। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी है। छात्रों को बिना पैनिक हुए स्कूल से बाहर निकाल दिया गया है। इसके बाद मौके पर पहुंची बम स्क्वायड की टीम चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है। स्कूलों के बाहर बड़ी संख्या में अभिभावकों की भीड़ है। ऐसे में एहतियात के रूप में पुलिस की भी तैनाती है।
वहीं, एनडीपीएस में दूसरी शिफ्ट में आए बच्चों को स्कूल से मैदान में आने के बाद क्लास में नहीं जाने दिया। वापस बस में बैठाकर सभी को घर भेज दिया गया। साथ ही उनके अभिभाविकों को भी सूचना दे दी गई है। पुलिस की टीम वहां जांच कर रही है। हालांकि अभी तक की जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। फिर भी एहतियात बरता जा रहा है। ऐसे में अटकलें हैं कि यह भी शरारत ही हो सकती है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर स्कूल प्रशासन ने एक आधिकारिक संदेश जारी किया, जिसमें लिखा है हमें इमारत को लेकर ईमेल से धमकी मिली है। इसलिए अत्यधिक एहतियात के तौर पर हमने सभी छात्रों को इमारत से बाहर निकाल लिया है और अब नर्सरी से 8वीं कक्षा के छात्रों को स्कूल परिवहन के माध्यम से घर वापस भेज रहे हैं।
स्कूल परिवहन का उपयोग नहीं करने वाले अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को स्वयं ही इकट्ठा करें और हम आपको परिसर से बाहर निकलने तक छात्रों की पूरी सुरक्षा का आश्वासन देते हैं। कक्षा 9-12 की व्यवस्था के बारे में शीघ्र ही सूचित किया जाएगा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। पूरे स्कूल कैंपस को घेरकर जांच शुरू कर दी गई है।
बम डिस्पोजल स्क्वाड (BDS) की टीम आधुनिक उपकरणों की मदद से हर कोने की तलाशी ले रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके। पुलिस इस धमकी भरे मेल की सच्चाई जानने के लिए गहन जांच कर रही है और ईमेल भेजने वाले की पहचान करने की कोशिश कर रही है गौरतलब है कि इससे पहले भी कई प्रतिष्ठित स्कूलों और संस्थानों को इसी तरह की धमकियां मिल चुकी हैं। दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल, आईआईटी कैंपस स्थित केंद्रीय विद्यालय को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, हालांकि जांच के बाद ये सिर्फ अफवाह साबित हुई थीं।