गोंडा में परसपुर थाना क्षेत्र में 8 महीने की मासूम शगुन की हत्या उसकी मां ने की थी। मामला परसपुर थाना क्षेत्र के अभईपुर ग्राम पंचायत के मेहरबान पूरवा का है। यहां माताफेर का परिवार रहता है। परिवार में पत्नी जगमती, आठ महीने की बेटी शगुन, उसके पिता सीताराम गौतम और मां हैं। माताफेर पिछले 8 साल से मुंबई में काम कर रहा है। अभी छह महीने पहले वह घर आया था। इसके बाद फिर मुंबई चला गया।
जगमती के अनुसार, उसका पति माताफेर मुंबई से लगातार फोन कर बेटी के पैदा होने पर झगड़ा करता था। बेटी पैदा होने के बाद से ही पति, पत्नी को ताना मार रहा था। पति के ताना मारे जाने से परेशान होकर गुस्से में बीते शनिवार को देर रात घर के पीछे स्थित टैंक में उसने मासूम को डालकर मार डाला था। परिवार वालों को जंगली जानवर के उठा ले जाने की बात कही थी।
जिसके बाद पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन जंगली जानवर के उठा ले जाने की पुष्टि नहीं हुई। घर के पीछे स्थित सेफ्टी टैंक से 40 घंटे बाद मासूम का शव बरामद हुआ। परसपुर पुलिस को शक होने पर मां जगमती को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो मां ने अपना जुर्म कबूला। 8 वर्षीय मासूम शगुन के बाबा सीताराम गौतम की तहरीर पर परसपुर थाने की पुलिस ने आरोपी मां जगमती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मासूम के डूबने से मौत की पुष्टि हुई थी। परसपुर थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने बताया जल्द हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा। अभी पूरे मामले को लेकर जांच की जा रही है। आरोपियों गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। अभी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।