फर्रुखाबाद। नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद में आउटसोर्सिंग के जरिए सफाई कर्मियों की ठेकेदारी पर नियुक्ति के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। लगभग 350 से अधिक संविदा (आउटसोर्सिंग) सफाई कर्मचारियों को प्रतिमाह ₹13,000 वेतनमान के अनुसार भुगतान होना चाहिए, लेकिन उन्हें मात्र ₹8,000 प्रति व्यक्ति दिया जा रहा है। शेष धनराशि की बंदरबांट का आरोप ठेके से जुड़े सन्नू गुप्ता पर लगाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर, दस्तावेज़ और भुगतान विवरण भी सन्नू गुप्ता के पास ही रहते हैं। यह मामला तब उजागर हुआ जब नगर विकास मंत्रालय तक इसकी जानकारी पहुंची। इस पर जिम्मेदार अधिकारी भी चौंक उठे। अनुमान है कि सन्नू गुप्ता हर महीने लगभग साढ़े 17 लाख रुपये की गबन कर रहा है और इसी काले कारोबार के चलते वह रातों-रात करोड़पतियों की श्रेणी में शामिल हो गया है। नगर पालिका अध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि उनके नेतृत्व में कुछ दागी कर्मचारी और ठेकेदार मिलकर व्यवस्था को चूना लगा रहे हैं। सचिव, नगर विकास मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए कहा है कि पूरे प्रकरण की टीएसी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय नागरिकों और कर्मचारियों ने भी जांच की मांग करते हुए पारदर्शिता की अपील की है।