रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। इस दौरान श्रीनगर के बादामी बाग कैंट रक्षा मंत्री ने जवानों से मुलाकात की और अपने संबोधन के दौरान जवानों के प्रति आभार व्यक्त की। रक्षामंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी कार्रवाई है। भारत ने पूरी दुनिया को यह स्पष्ट कर दिया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं।”
श्रीनगर में सेना के जवानों से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं एक डाकिया बनकर आपके बीच आया हूँ और देश की जनता का संदेश लेकर आया हूँ। उनका संदेश है ‘हम सभी को आप पर गर्व है’। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ़ एक ऑपरेशन का नाम नहीं है, बल्कि यह हमारी प्रतिबद्धता है। यह ऐसी प्रतिबद्धता है जिसके ज़रिए भारत ने दिखाया कि हम सिर्फ़ रक्षा ही नहीं करते, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर मज़बूत फ़ैसले भी लेते हैं और कार्रवाई भी करते हैं।”
राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं जिन्होंने आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। मैं उन निर्दोष लोगों को भी श्रद्धांजलि देना चाहता हूं जिन्होंने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा अपनी जान गंवाई। मुझे यहां आकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के लिए पूरा देश आप सभी पर गर्व महसूस कर रहा है।”
रक्षामंत्री ने कहा, “पिछले 35-40 वर्षों से भारत सीमापार आतंकवाद का सामना कर रहा है पहलगाम हमले को अंजाम देकर भारत के माथे पर चोट पहुंचाने और भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में छिपे आतंकवादी और उनके आका अब भारतीय सुरक्षा बलों के निशाने पर है। दुनिया जानती है कि हमारी सेना का निशाना सटीक है और जब वे निशाना साधते हैं, तो गिनती दुश्मनों पर छोड़ देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया, जिसके अनुसार किसी भी आतंकवादी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।”