बांदा। जलवायु परिवर्तन के कारण, मानव जाति के साथ ही समस्त प्राणी व वनस्पति जगत पर आए हुए संकट के निवारण हेतु ,सतत रूप से कार्यरत गैर सरकारी पंजीकृत संस्था “जीवन सुधा शिक्षा, जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण फाउंडेशन ( जीवन सुधा फाउंडेशन )के द्वारा शहर के “कालीचरण निगम इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी ” ( के. सी. एन.आई. टी. ) बांदा में 24 मई 2025 को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया , जिसमे संस्था के संस्थापक एवं मुख्य मार्गदर्शक ” श्री श्रीराम सिंह लोध ” जी ने बच्चों से सवाल किया कि जीवन जीने के लिए यदि आपसे एक गिलास पानी व उसी के विकल्प के रूप में अपार धनराशि का प्रस्ताव दिया जाए तो आप किसका चुनाव करेंगे | स्वाभाविक ही था कि बच्चों ने एक गिलास पानी का विकल्प चुना | श्रीराम सिंह लोध जी ने बताया कि इससे यह सिद्ध होता है की पानी जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है | उन्होंने आने वाले बरसात के मौसम में अपने -अपने घरों में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना “कैच द रेन “के तहत ” वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम ” लगाकर भूजल को रिचार्ज करने का आग्रह किया | कृषि विशेषज्ञ “श्री हनुमान दास राजपूत जी ” ने भूजल को रिचार्ज करने हेतु खेतों की मेड बंदी व खेत तालाब योजना अपनाने के साथ ही हैंडपंपों व कुंओं के पास सोक पिट बनवाने को अति आवश्यक बताया | बांदा स्टेशन में पदस्थ भारतीय रेल के इंजीनियर” श्री संजय कुशवाहा जी” ने आने वाले मानसून में प्रति बच्चा कम से कम एक पेड़ आरोपित करने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया | उन्होंने सबसे अधिक आक्सीजन प्रदान करने वाले पेड़” पीपल “को पूजनीय वृक्ष का दर्जा द्वारा दिए जाने का महत्वपूर्ण कारण ,इसकी महत्वपूर्ण उपयोगिता ही बताया | कार्यक्रम को आयोजित कराने में कॉलेज के डायरेक्टर श्री प्रदीप भटनागर जी ,प्रबंधक श्री अरुण श्रीवास्तव जी के साथ ही समस्त स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा, इस हेतु संस्था के संस्थापक जी ने सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया | इस अवसर पर सुश्री प्रथा रूपौलिहा, सुश्री जाह्नवी गुप्ता ,श्री अभिषेक रंजन झा ,श्री आशीष राय ,इंजीनियर बी. एल. राजपूत, मीडिया प्रभारी श्री अनिल राजपूत (ब्रह्मांड अकादमी बांदा )श्री जे.भारती के साथ ही अनेक सम्मानित महानुभाव व स्टाफ उपस्थित रहे |