Breaking News

रेलवे ट्रैक में मिली बोरे में लाश: हत्या की आशंका

मध्यप्रदेश भोपाल क्राइम फाइल्स:  इस बार बात एक ऐसे जघन्य हत्याकांड की, जिसने प्रदेशभर में सनसनी फैला दी थी। एक युवती को सिर में गोली मारी गई, फिर उसका शव सुनसान जगह पर फेंक दिया गया। पुलिस की जांच में पता चला कि वो नेता वीर विक्रम सिंह उर्फ भैया राजा की नातिन वसुंधरा बुंदेला है।भैया राजा के अपराधों की लंबी फेहरिस्त थी। उनकी पत्नी बीजेपी से विधायक थीं। 24 साल की युवती से भला किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है, क्या भैया राजा के दुश्मनों ने उसे अपना शिकार बनाया, क्या राजनीतिक रंजिश में उसकी जान गई या फिर उसकी मौत का कारण कुछ और ही था?  11 दिसंबर 2009 की बात है। पुलिस को मैसेज आया कि भोपाल के गुराड़ी घाट रतनपुर रोड पर रेलवे ट्रैक के पास बोरे में एक युवती की लाश मिली है। उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। यह इलाका मिसरोद थाने के अंतर्गत आता है।

पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर केस की छानबीन शुरू की।पड़ताल के दौरान घटनास्थल से कुछ गज की दूरी पर जीप के टायरों के निशान पुलिस को दिखे। पुलिस ने कड़ी जोड़ना शुरू किया कि शायद शव को किसी और जगह पर बोरे में बंद करके रखा गया था, फिर उसे ठिकाने लगाने के लिए यहां लाया गया होगा।पुलिस ने इलाके के लोगों से पूछताछ की लेकिन लाश यहां किसने फेंकी, इस बारे में कोई नहीं बता पाया। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने अनुमान लगाया कि युवती की उम्र करीब 24 साल है। लेकिन उसकी पहचान के लिए कोई सबूत नहीं मिला था। महिला अधिकारियों ने युवती की जींस चेक करने की कोशिश की, लेकिन शव इतना फूल गया था कि जींस उसमें चिपक गई थी।महिला पुलिसकर्मियों को जींस की पिछली जेब में कुछ मिला। काफी मशक्कत से उसे निकाला तो वो वॉल्वो बस का टिकट था। टिकट के पीछे मोबाइल नंबर लिखा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

फैशन डिजाइनिंग की छात्रा थी वसुंधरा : सहेली से बातचीत के आधार पर पहचान हो गई कि शव वसुंधरा बुंदेला का है लेकिन हत्यारों के बारे में अब भी कुछ पता नहीं चल पाया था। हत्यारों ने कोई सबूत नहीं छोड़ा था, लेकिन वसुंधरा की जींस से वो बस का टिकट निकालने से चूक गए।पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि वसुंधरा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग की छात्रा थी। वो छतरपुर की रहने वाली थी। भोपाल में हॉस्टल में रहती थी।उसकी सहेली ने पुलिस को बताया कि वसुंधरा के नानाजी भोपाल में रहते हैं। ये भी कहा कि इंदौर से लौटने के बाद भोपाल में वसुंधरा को उसके नानाजी की कार लेने आई थी।पुलिस की एक टीम अब भोपाल में वसुंधरा के नाना के घर यशोदा विहार पहुंचती है। घर खाली पड़ा था और दरवाजा बाहर से बंद था। अधिकारियों ने दरवाजा तोड़ा और अंदर गए।पुलिस को देखकर आस-पड़ोस के लोग भी बाहर जमा हो गए। लोगों ने पुलिस को बताया कि घर अशोक वीर विक्रम सिंह उर्फ भैया राजा का है। वे पिछली रात अपने बेटे सहित कुछ लोगों के साथ घर में मौजूद थे। सुबह-सुबह किसी से कुछ कहे बिना घर से चले गए।

कुख्यात अपराधी, जेल में रहकर लड़ा चुनाव:  भैया राजा के अपराधों की लंबी फेहरिस्त थी। उनका 1980-90 में छतरपुर-पन्ना जिले सहित पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र पर प्रभाव था। कहा जाता था कि भैया राजा ने घर में एक तालाब बनवाया था, जहां मगरमच्छों को पाला था। उनके खिलाफ छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़ सहित कई जिलों के पुलिस थानों में केस दर्ज थे।

पूर्व विधायक भैया राजा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की थी।उन्होंने 1990 में उस समय चुनाव लड़ा था, जब उन पर केंद्रीय गृह मंत्री रहे बूटा सिंह के रिश्तेदार की हत्या का आरोप था। वे नैनीताल की जेल में बंद थे। बूटा सिंह के रिश्तेदार की हत्या का मामला तब के चर्चित शख्स अकबर अहमद डंपी से जुड़ा था, क्योंकि लाश उसी के फॉर्म हाउस पर मिली थी।हालांकि, भैया राजा उस मामले में दोषमुक्त हो गए थे। जेल में रहते हुए उन्होंने पवई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। भैया राजा का चुनाव चिह्न हाथी था।

मोहर लगेगी हाथी पर, नहीं तो गोली लगेगी छाती पर:  वीर विक्रम सिंह उर्फ भैया राजा के चुनाव प्रचार का नारा भी आतंक को बताता है- मोहर लगेगी हाथी पर, नहीं तो गोली लगेगी छाती पर और लाश मिलेगी घाटी पर।इसके बाद वे समाजवादी पार्टी से एक बार और विधायक बने। फिर 2003 में चुनाव हार गए। 2008 में उनकी पत्नी आशारानी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतीं।

बेटी का शव लेने पुलिस ने मां को बुलाया पुलिस जांच में आगे पता चला कि वसुंधरा के पिता मृगेन्द्र सिंह बुंदेला हैं और मां का नाम भारती है। भैया राजा वसुंधरा के पिता मृगेंद्र सिंह के सगे मामा हैं। पुलिस ने वसुंधरा के घरवालों को घटना की जानकारी दी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।इस बीच वसुंधरा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई। डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि वसुंधरा को रातभर अमानवीय यातनाएं दी गई थीं। उसके बाद सिर में गोली मारी गई। पुलिस ने वसुंधरा के पिता मृगेंद्र सिंह और भैया राजा के बीच संबंधों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एक टीम छतरपुर भेज दी।वसुंधरा के शव का अंतिम संस्कार होना था। पुलिस ने फैसला लिया कि शव सिर्फ माता-पिता को दिया जाएगा, क्योंकि कुछ रिश्तेदार शव लेने पुलिस के पास पहुंचे थे। इस बीच पुलिस अफसरों के पास वसुंधरा की मां भारती सिंह का फोन आया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को बताया कि हाल ही में एक एक्सीडेंट में वसुंधरा के पिता के पैर में चोट लग गई थी। इस वजह से वो यात्रा करने में समर्थ नहीं हैं। शव पुलिस अधिकारी से छतरपुर भिजवा दीजिए।पुलिस ने वसुंधरा की मां से भोपाल आने का अनुरोध किया। बेटी की मौत के बाद से मां का बुरा हाल था। वो फोन पर फूट-फूट कर रोने लगी और अचानक फोन रख दिया।

मां पुलिस से बोली- ड्राइवर को सब पता है : भोपाल आने पर ड्राइवर भूपेंद्र को मिसरोद थाने भेज दिया गया और भारती से क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पुलिस अफसरों ने बातचीत की। भारती सिंह बेटी को याद करते हुए फूट-फूट कर रोने लगी। उसने पुलिस को बताया कि पहले बेटी वसुंधरा को जबलपुर भेजा था, बाद में भोपाल में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग में उसका दाखिला कराया।मां भारती ने पुलिस अफसरों से बातचीत के दौरान ड्राइवर भूपेंद्र पर शक जताया। कहा कि भूपेंद्र के पास बहुत सारी जानकारी है। अगर उससे सख्ती से पूछताछ होगी तो वह सब कुछ बता देगा। मां भारती ने पुलिस अफसरों से आग्रह किया कि वो उसे उस जगह ले जाएं, जहां बेटी की लाश मिली थी। पुलिस पहले स्पॉट पर ले गई, फिर वसुंधरा के शव के साथ मां को छतरपुर भेजा।

ड्राइवर बोला- रेलवे ट्रैक पर रखनी थी लाश: लिस ने भूपेंद्र से सख्ती से पूछताछ करनी शुरू की। शुरुआत में वो गुमराह करता रहा, लेकिन बाद में टूट गया। उसने वसुंधरा के शव को ठिकाने लगाने की बात स्वीकार ली।ड्राइवर भूपेंद्र ने पुलिस को बताया कि शुरुआती प्लान वसुंधरा की मौत को आत्महत्या के रूप में पेश करने का था। उसके शव को रेलवे ट्रैक पर रखना था लेकिन उसे यह प्लान छोड़ना पड़ा।

भैया राजा के घर में मारी थी गोली : ड्राइवर ने खुलासा किया कि वसुंधरा की हत्या भैया राजा के यशोदा विहार स्थित घर में गोली मारकर की गई थी।पुलिस ने अब तक के सभी सबूतों को चरणबद्ध तरीके से जांचा। भैया राजा के यशोदा विहार स्थित घर की कई बार चेकिंग की। वहां भी दोबारा जांच की, जहां वसुंधरा का शव मिला था। पुलिस ने नेशनल स्कूल ऑफ डिजाइन में वसुंधरा के दोस्तों से भी पूछताछ की और उसकी सहेली को अलीगढ़ से भोपाल बुलाया। पुलिस सभी सबूतों को इकट्ठा करने में जुटी थी।

About NW-Editor

Check Also

राहुल गांधी की सुरक्षा में सेंध, भीड़ ने तोड़ा SPG घेरा, मची अफरा-तफरी

  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भोपाल स्थित पीसीसी दफ्तर में कांग्रेस की पॉलिटिकल …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *