फतेहपुर। प्रदेश सरकार द्वारा पांच हजार स्कूलों को बंद करने के आदेश से खफा कांग्रेसियों में जिलाध्यक्ष महेश द्विवेदी एवं शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा के सह नेतृत्व में उक्त आदेश के निरस्त कराने हेतु जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में प्रदेश के 5000 स्कूलों के बंद करने से होने वाले दुष्परिणाम के बाबत कहा गया कि यह प्रदेश के शिक्षित युवाओं व बेरोजगारों के सपनो का दमन होगा। साथ ही बी एड, बी टी सी प्रशिक्षण का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। जो बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर नौकरी की बाट जोह रहे हैं सीधे तौर पर उनके सपनो पर कुठाराघात होगा। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि छोटे छोटे बच्चों को गांव से दूर शिक्षा के लिए जाना पड़ेगा जो एक कठिन विषय होगा एवं हर गांव में बने स्कूलों के भवन देख रेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो नष्ट हो जाएंगे। जिनके बनाने में व्यय धन का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। जिला अध्यक्ष महेश द्विवेदी ने कहा कि योगी सरकार के प्रत्येक कार्य जन विरोधी हैं उसे हिंदू मुस्लिम के अलावा अन्य किसी समस्या से कोई लेना देना नहीं रहा। आज प्रदेश की जनता भय युक्त होकर जी रही है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। शहर अध्यक्ष आरिफ गुड्डा ने कहा कि इस सरकार में बेरोजगारों का मजाक उड़ाया जा रहा है। रोजगार के नाम में हिंदू मुस्लिम समझाया जा रहा है। नव युवक भ्रमित किया जा रहा है। ज्ञापन में मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार गौड़, शेख एजाज अहमद, सुधाकर अवस्थी, हिदायत उल्ला खां, कलीम उल्ला खान, शिवा कांत तिवारी, उदित अवस्थी, सन्तोष कुमारी शुक्ला, हेमलता पटेल, पूनम द्विवेदी, शकीला बानो, अरविंद द्विवेदी, ओम प्रकाश गिहार, आदित्य श्रीवास्तव, मनोज घायल, पप्पू पाल, अनुराग नारायण मिश्र, राजेंद्र लोधी, आशीष गौड़, पंडित राम नरेश महराज, चंद्र प्रकाश लोधी, हफीज अहमद, ओम प्रकाश कोरी, इशरत खान, मोहसिन खान, सलीम खान, सत्येंद्र श्रीवास्तव, इंद्र जीत लोधी, सैयद सहाब अली, लाल तिवारी, अभय शुक्ला, इमरान अहमद सिद्दीकी, एम एल श्रीवास, आरिफ अली, मो. नफीस, आनंद सिंह गौतम, कौशल किशोर शुक्ला, अजय बच्चा निजामुद्दीन, रमजान अहमद, आमिर उज्जमा, सब्बीर अहमद, सरताज, अकरम काले, आशीष यादव, मुकेश मौर्य, उस्मान बेग, मो अख्तर, राजेश मौर्य, मुशीर अहमद अब्दुल, नौशाद अहमद हनीफ अब्दुल रज्जाक, आदि सैकड़ों लोग शामिल हुए।