– श्री हनुमान मंदिर प्रबंध समिति के महामंत्री पप्पन रस्तोगी ने लगाया आरोप
– पत्रकारों से बातचीत करते महामंत्री कुलदीप रस्तोगी उर्फ पप्पन।
फतेहपुर। श्री हनुमान मंदिर प्रबंध समिति का विवाद थमता नज़र नहीं आ रहा है। मंदिर प्रबंध समिति पर अपना दावा कर रहे दो गुटों के बीच विवाद लागातार बढ़ता जा रहा है। प्रबंध समिति के एक गुट की ओर से प्रबंधक कालिका प्रसाद व महामंत्री पप्पन रस्तोगी ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि 2007 व 08 में मंदिर प्रबंध समिति का गठन होने के पश्चात समिति मंदिर के रख-रखाव का कार्य कर रही थी। प्रबंध समिति की बैठक में मंदिर के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया गया था। निर्माण कार्य शुरू करने से पहले नक्शा बनवाने का कार्य शुर करवाया जाना था लेकिन मंदिर निर्माण से पूर्व दुसरे गुट से रामप्रकाश गुप्ता द्वारा विरोध करते हुए मंदिर को हलवाई समाज का बताकर विरोध करते हुए 2024 में मंदिर की भूमि को बेचने के लिए डीएम से अनुमति मांगी थी। सम्पत्ति लोगों को बेचने का प्रलोभन दिया था। जिससे लोग निर्माण का विरोध करे। बताया कि मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे गुट ने मुख्य सड़क पर दुकाने बनाने व उनके परिजनों को देने की मांग की थी। कमेटी ने इसका विरोध किया तो राम प्रकाश गुट मंदिर निर्माण के विरोध में उतार आये। बताया कि विरोध कर रहे लोगों ने आज तक मंदिर निर्माण व रख-रखाव के लिए एक पैसे की दान नही दिया न ही कभी समय दिया। बताया कि निर्माण का भूमि पूजन के समय दुसरे गुट के द्वारा विरोध व मारपीट की कोशिश की गयी जो कि पुलिस की सक्रियता से रोकी जा सकी। जिला प्रशासन की पहल पर उपजिलाधिकारी द्वारा मध्यस्थता की गई लेकिन दूसरा पक्ष निर्माण को राजी नही हुआ न ही कमेटी का नये सिरे से चुनाव कराने को राजी है। उनकी कमेटी मंदिर सम्बंधित कोई भी कार्य करना चाहती है तो राम प्रकाश द्वारा लोगो को भड़काकर विरोध कराया जाता है। मंदिर निर्माण के कार्य मे अवरोध किया जा रहा है।
