उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया है। दरअसल, सिराथू तहसील क्षेत्र के भैंसहापर गांव की रहने वाली 15 साल की रिया मौर्य को एक महीने में छह बार सांप ने काट लिया। रिया के पिता राजेंद्र मौर्य का दावा है कि 22 जुलाई 2025 को खेत जाते समय पहली बार सांप ने उनकी बेटी रिया को डसा था। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के बाद वह ठीक हो गई, लेकिन यह राहत ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई।
रिया के पिता ने बताया कि 13 अगस्त को फिर से सांप ने उसे काट लिया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने प्रयागराज रेफर किया, लेकिन परिजनों ने निजी अस्पताल में इलाज कराया। रिया मौर्य एक बार फिर मौत के मुंह से बाहर आ गई। राजेंद्र मौर्य का कहना है कि 27 अगस्त से 30 अगस्त की सुबह तक सांप ने उसकी बेटी को चार बार काटा। कभी नहाते समय तो कभी घरेलू काम करते वक्त डसा। इलाज में उनकी जमा पूंजी खत्म हो चुकी है। मजबूरी में अब वे झाड़-फूंक का सहारा ले रहे हैं।
पीड़ित रिया बताती है कि सांप बहुत बड़ा है, गहरे काले रंग का है और उसके ऊपर हरे रंग की धारियां बनी हैं। काटने के करीब 1 घंटे बाद वह बेहोश हो जाती है। होश आने पर खुद को कभी अस्पताल के बिस्तर पर पाती है, तो कभी झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक के पास। वहीं, लगातार घटनाओं से घबराकर रिया के छोटे भाई-बहन अब ननिहाल चले गए हैं। पूरा परिवार झोपड़ीनुमा कच्चे घर में रहता है और अब वहां से पलायन करने की सोच रहा है।
वहीं, सिराथू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर अखिलेश सिंह ने भी सांप काटने की इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि रिया मौर्य को तीन बार अस्पताल लाया गया। हर बार उसके पैरों में स्नेक बाइट के निशान मिले। उसे एंटी वेनम का डोज भी दिया गया। दो बार जिला अस्पताल के लिए रेफर भी किया गया।
डॉक्टरों के मुताबिक, बार-बार एक ही बच्ची को सांप का काटना हैरान करने वाली बात है। वहीं, गांव के लोग भी अब दहशत में हैं। ग्रामीणों का यह आरोप है कि सूचना के बाद भी न तो वन विभाग ने सांप को पकड़ने की कोशिश की और न ही प्रशासन ने परिवार की मदद की। बहरहाल, यह मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। सवाल यह है कि आखिर प्रशासन और वन विभाग कब जागेगा और पीड़ित परिवार को डर और संकट से बाहर निकालेगा।