कैलेंडर ने जैसे ही नया पन्ना पलटा और अक्तूबर महीने का आगाज हुआ, वैसे ही कई ऐसे बदलाव भी लागू हो गए हैं जो सीधे-सीधे हमारी जेब और रोजमर्रा की सुविधाओं पर असर डालेंगे। दरअसल, हर महीने की शुरुआत में सरकार या विभिन्न संस्थान कुछ नियमों और नीतियों में बदलाव करते हैं। ये बदलाव कभी राहत लेकर आते हैं तो कभी थोड़ी परेशानी का सबब बन जाते हैं। लेकिन इनका असर हमारी दिनचर्या और बजट पर इतना गहरा होता है कि इन्हें नजरअंदाज करना नुकसानदेह साबित हो सकता है।अक्तूबर का महीना भी अपवाद नहीं है। इस बार बदलावों की सूची में रेलवे टिकट बुकिंग से लेकर एनपीएस (नेशनल पेंशन सिस्टम), यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) और एलपीजी गैस सिलेंडर तक शामिल हैं। अगर आप समय रहते इन बदलावों को समझ लेंगे तो इनका फायदा उठा पाएंगे और किसी परेशानी से बच भी सकेंगे।
1..रेलवे टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव: यात्रा करना भारतीय जीवन का अहम हिस्सा है, और रेल हमारे देश की रीढ़ कही जाती है। लाखों लोग रोजाना टिकट बुक करते हैं। ऐसे में रेलवे नियमों में छोटा-सा बदलाव भी बड़े पैमाने पर असर डालता है। 1 अक्तूबर से रेलवे ने टिकट बुकिंग से जुड़े नियमों में एक नया प्रावधान लागू किया है। अब जैसे ही रिजर्वेशन खुलता है, उसके पहले 15 मिनट तक केवल वही लोग टिकट बुक कर सकेंगे जिनका आधार वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है। चाहे आप IRCTC की वेबसाइट से टिकट बुक करें या मोबाइल ऐप से, यह नियम दोनों जगह लागू होगा। इस बदलाव का फायदा यह होगा कि टिकट बुकिंग में पारदर्शिता आएगी और फर्जी आईडी या बिचौलियों के जरिए टिकट ब्लॉक करने की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी। हालांकि, उन यात्रियों के लिए यह नियम थोड़ी दिक़्क़त खड़ी कर सकता है जिन्होंने अभी तक आधार वेरिफिकेशन नहीं कराया है। ऐसे लोगों को अब वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करनी ही होगी, वरना टिकट पाने की दौड़ में वे पिछड़ जाएंगे।