उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में 1 नवंबर को हुई लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इंटेलिजेंस विंग, एसओजी और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से लूटे गए 14,600 रुपए, एक मोबाइल, एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल किया गया लोडर वाहन बरामद किया गया है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान सिजान जाफरी पुत्र साजिद जाफरी (निवासी ग्राम अस्ती, थाना कोतवाली) और सुशील कुमार पुत्र दयाराम लोधी (निवासी बड़ी बाजार खजुहा, थाना बिंदकी) के रूप में हुई है। पुलिस ने इन दोनों को बकंधा भट्टा के पास से पकड़ा।
पीड़ित रामपाल उर्फ गट्टी पुत्र बजरंगीभुज (निवासी महना, थाना ललौली) ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि वह बकरियां बेचने के बाद करीब 50 हजार रुपए लेकर लौट रहा था।
लिनऊ बाईपास से इलाहाबाद की ओर जाने वाले रास्ते पर वह एक लोडर में बैठ गया। वाहन में पहले से मौजूद दो अज्ञात व्यक्तियों ने उसका गला दबाकर मारपीट की और पूरी रकम लूट ली। आरोपियों ने उसे एक सुनसान जगह पर उतारकर तमंचे से धमकाया और फरार हो गए।
कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान एसओजी, इंटेलिजेंस विंग और थाना कोतवाली पुलिस की टीम ने सक्रियता दिखाते हुए बुधवार देर शाम दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बरामदगी के आधार पर मुकदमे में धारा 317(2) बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट की धाराएं बढ़ाई गईं। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक तारकेश्वर राय, उपनिरीक्षक संतोष कुमार शुक्ल, एसओजी प्रभारी विनोद कुमार यादव और इंटेलिजेंस विंग प्रभारी विनोद मिश्रा सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।
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