चीन के प्रसिद्ध शाओलिन मंदिर के मठाधीश शी योंगशिन पर गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों में फाइनेंशियल स्कैम, यौन दुराचार और बौद्ध धर्म के नियमों का उल्लंघन शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक, शाओलिन मंदिर ने रविवार को एक बयान जारी कर बताया कि शी योंगशिन के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है. मंदिर ने बताया कि वह मंदिर की प्रोपर्टी और प्रोजेक्ट फंड का गलत इस्तेमाल करने के साथ-साथ कई महिलाओं के साथ नामुनासिब तालुक रखने और विवाह से बाहर बच्चों को जन्म देने के आरोपों में घिर गए हैं. शाओलिन मंदिर चीन में बौद्ध धर्म और मार्शल आर्ट (कुंग फू) का एक पवित्र केंद्र माना जाता है. फिलहाल मामले की जांच जारी है. मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर एक नोटिस पोस्ट किया गया है, जिसका हवाला चाइना डेली ने दिया है. इसमें कहा गया है कि शी पर परियोजना निधि और मंदिर की प्रोपर्टी के दुरुपयोग समेत आपराधिक अपराधों का शक है. योंगशिन पर लम्बे वक्त तक कई महिलाओं के साथ गलत संबंध रखने तथा नाजायज बच्चों को जन्म देकर बौद्ध नियमों का गंभीर उल्लंघन करने का भी आरोप है. शी की वर्तमान में कई अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से जांच की जा रही है. मंदिर ने कहा कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वह जनता को जानकारी देगा. 495 ईस्वी में स्थापित, शाओलिन मंदिर हेनान प्रांत में सोंग पर्वत की तलहटी में मौजूद है. यह ज़ेन बौद्ध धर्म और चीनी कुंग फू के जन्मस्थान के रूप में मशहूर है. इसके योद्धा भिक्षु सदियों से पूरे एशिया में मशहूर हैं. पिछले 50 सालों में फिल्मों और टीवी शो ने इसकी प्रसिद्धि दुनिया भर में फैलाई है.
यह मंदिर क्यों है खास?
यह मंदिर अपने धार्मिक महत्व और मार्शल आर्ट ट्रेनिंग केंद्र के रूप में अपनी प्रतिष्ठा के कारण दुनिया भर से छात्रों और टूरिस्ट को आकर्षित करता है. शी योंगक्सिन, जिनका मूल नाम लियू यिंगचेंग है. एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं. उन्होंने 1981 में मंदिर में एंट्री किया और 1999 में इसके मठाधीश बने. सीईओ भिक्षु के रूप में प्रसिद्ध, वे चीन के उन पहले भिक्षुओं में से एक थे, जिन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की और मंदिर को एक व्यावसायिक उद्यम में बदल दिया, जहां उन्होंने कुंग फू शो चलाए और सामान बेचा.
पहले भी लग चुके हैं आरोप
स्थानीय मीडिया ने बताया कि शी पर पहले भी इसी तरह के आरोप लगे हैं, जिनमें गबन और कई बच्चों का पिता होने के आरोप शामिल हैं. हालांकि 2016 में प्रोवविजन इन्वेस्टिगेशन में उन्हें इन आरोपों से मुक्त कर दिया गया था. शि द्वारा अपनी रखैलों और बच्चों के साथ भागने की कोशिश की खबरों को अधिकारियों ने फर्जी बताकर खारिज कर दिया. इसके अलावा, पूर्व भिक्षुओं ने शि पर विलासितापूर्ण जीवनशैली जीने, लग्जरी कारों के बेड़े के मालिक होने और मंदिर के धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.