– राष्ट्रीय सचिव ने सरकार पर तानाशाही का लगाया आरोप
– बैरीकेट्स पर प्रतिनिधि मंडल को रोकती पुलिस।
खागा, फतेहपुर। अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय सचिव मान सिंह पटेल, प्रदेश अध्यक्ष बालकुमार पटेल पूर्व सांसद, प्रदेश महासचिव रामसिंह वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष डा. पंकज पटेल को धाता थाना क्षेत्र के अजरौली गांव में जाने से उदहिन गांव के पास फतेहपुर व कौशांबी प्रशासन ने भारी फोर्स लगाकर रोक दिया।
महासभा के राष्ट्रीय सचिव मानसिंह पटेल ने सरकार की तानाशाही पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किस अमृत काल की बात कर रही है इस सरकार के रहते केवल उत्तर प्रदेश में सैकड़ों पटेलों की हत्याएं हुई हैं। क्या पटेल समाज के लोगों की बलि से अमृत काल फलीभूत होगा। उन्होंने कहा कि आज हमें पीड़ित परिवारों के आंसू पूछने से रोका जा रहा है, जो मानवाधिकार का उल्लंघन है। प्रदेश अध्यक्ष बालकुमार पटेल ने कहा कि शासन प्रशासन श्याम पाण्डेय को सिरफिरा घोषित करने में लगा है। गिरफ्तारी के बाद उसे धाता के सरकारी अस्पताल में ड्रिप लगवाए गए। थाने में वीआईपी उपचार दिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक क्षेत्र के अमन चैन में बाधक है। जो समाज के भाईचारे को प्रभावित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी हिंसात्मक घटना है, किसान केशपाल की फरसे व कुल्हाड़ी से हत्या व दो किसान वीरभान पटेल, रामलखन पटेल पर जानलेवा हमला कानून व्यवस्था के मुंह पर तमाचा है। पूर्व सासंद ने खागा सीओ बृजमोहन राय और थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह को हटाने की मांग की है। काफिले में महासभा के प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ शालिनी पटेल, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य देवेश पटेल, रायबरेली जिला महासचिव दुर्गेंद्र वर्मा, प्रदेश सचिव नन्द कुमार वर्मा, ललिता कटियार, जिलाध्यक्ष मोहर सिंह पटेल सहित तमाम कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को रोक दिया।
