उत्तर प्रदेश इटावा जिले में प्रेम प्रसंग में बाधा बन रही पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए यूपी पुलिस के कांस्टेबल ने ऐसा कुछ किया जिसे देख हर कोई सन्न रह गया. उसने सरेराह पहले पत्नी को ट्रक के सामने बाइक से फेंक दिया. फिर जब वो बच गई तो उसका गला घोंटकर जान से मार डालने की कोशिश की. मगर महिला की किस्मत अच्छी थी. उसी वक्त कुछ लोग वहां आ गए, जिन्हें देख पति मौके से फरार हो गया. लोगों ने फिर गंभीर रूप से घायल महिला को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया. पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति सहित पांच लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक नगला भूज बल्लापुर, थाना अजीतमल जिला औरैया निवासी क्षमा यादव उर्फ चांदनी की शादी 6 फरवरी 2023 को इटावा के भरथना कस्बे के सहजपुर निवासी हरिओम यादव से हुई थी. हरिओम यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत है और वर्तमान में कानपुर पुलिस लाइन में तैनात है. शादी के बाद दोनों का एक पुत्र पार्थ भी हुआ, जिसकी उम्र मात्र छह माह है. पीड़िता ने बताया कि 24 अप्रैल को हरिओम कपड़े खरीदने का बहाना बनाकर उसे इटावा शहर ले गया. शॉपिंग के बाद वह ग्वालियर बाइपास की ओर चलने लगा. वहां पहुंचकर उसने बाइक को गलत दिशा में दौड़ाया. विरोध करने पर भी नहीं रुका.
इसी दौरान सामने से एक ट्रक आता देख वह अचानक बाइक से कूद गया, जबकि क्षमा बाइक पर ही बैठी रह गई और सड़क पर गिर पड़ी. गनीमत रही कि ट्रक से टक्कर नहीं हुई. घायल क्षमा को सड़क पर तड़पता देख हरिओम ने उसका गला घोंटने की कोशिश की, लेकिन राहगीरों के पहुंच जाने से उसकी जान बच गई. आरोपी पति वहां से भाग निकला. क्षमा ने तहरीर में आरोप लगाया कि शादी से पूर्व हरिओम का पड़ोस के मुंडा गांव की एक युवती प्रियंका से प्रेम प्रसंग था, जिसकी जानकारी उसे शादी के छह माह बाद मिली.
पति ने प्रेमिका को भगाने का भी प्रयास किया था, लेकिन सामाजिक दबाव और मुकदमा दर्ज होने के डर से उसने माफी मांगकर क्षमा से वादा किया था कि भविष्य में वह उस युवती से कोई संपर्क नहीं रखेगा. बावजूद इसके हरिओम चोरी-छिपे प्रियंका से बातचीत करता रहा. पीड़िता ने यह भी बताया कि शादी में उसके पिता ने 25 लाख रुपये खर्च किए थे, जिसमें 20 लाख नकद और 5 लाख का सामान शामिल था. इसके बावजूद ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया जाता रहा. 24 अप्रैल को बहाने से इटावा लाकर मुझे मरवाने की कोशिश की गई.
ट्रक से बचने के बाद भी मेरा गला घोंटने की कोशिश की गई. अगर राहगीर न आते तो मैं आज जिंदा नहीं होती. अब मैं अपने पति और उसके परिवार को सजा दिलाकर रहूंगी. क्षेत्राधिकारी नगर रामगोपाल शर्मा ने बताया कि घायल महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया है. पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी सिपाही हरिओम यादव, उसकी मां निर्मला यादव, पिता दीवान सिंह यादव, देवर विनय यादव और प्रेमिका प्रियंका के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है. उझर, जिला अस्पताल में चिकित्सक ने बताया कि पीड़िता के आंख, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोटें पाई गई हैं. उसका उपचार और मेडिकल परीक्षण किया गया है. मेडिकल परीक्षण पुलिस को सौंप दिया है.