नई दिल्ली: दिल्ली के करोल बाग में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें कॉलर ने बताया कि एक पति-पत्नी ने फांसी लगा ली है. पुलिस जब गली नंबर 44, रैगरपुरा, करोल बाग, दिल्ली पहुंची, तो पति-पत्नी को छत के पंखे से लटका हुआ पाया गया.जब पुलिस गली नंबर 44, रैगरपुरा करोल बाग दिल्ली पर पहुंचने के बाद पति पत्नी को छत के पंखे से लटका हुआ पाया गया. दोनों मृतकों की पहचान पति देबू भौमिक निवासी ग्राम काशीनाथपुर, ब्लॉक दासपुर जिला पश्चिम मेदिनीपुर पश्चिम बंगाल उम्र 36 वर्ष और पत्नी मल्लिका भौमिक निवासी ग्राम काशीनाथपुर, ब्लॉक दासपुर जिला पश्चिम मेदिनीपुर पश्चिम बंगाल उम्र 32 वर्ष के रूप में की गई. दोनों पिछले 4 महीनों से 8000 प्रति माह के किराए पर एच. नंबर 4841, तीसरी मंजिल, गली नंबर 44, रैगरपुरा करोल बाग दिल्ली में रह रहे हैं.
जांच में पता चला कि दंपति की 7 साल की बेटी है, जो उनके गृहनगर पश्चिम बंगाल में रह रही है. देबू भौमिक मजदूरी के आधार पर सोने के आभूषण बनाने और कड़ाई का काम करता था.पुलिस ने क्राइम और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया, जहां घटनास्थल की तस्वीरें ली गईं और निरीक्षण किया गया. प्रारंभिक जांच में शवों पर बाहरी चोट या हिंसा के कोई निशान नहीं मिले. घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट भी नहीं पाया गया. शवों को मोर्चरी में सुरक्षित रखा गया है. दंपति की मौत की खबर जैसे ही आसपास के लोगों को लगी, पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई. पड़ोसियों का कहना है कि दोनों बेहद मेहनती और शांत स्वभाव के थे. किसी को अंदाजा भी नहीं था कि वे इतना बड़ा कदम उठाएंगे. एक मासूम बच्चा जो अपने गांव में माता-पिता की प्रतीक्षा कर रहा होगा, अब अनाथ हो गया है. यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव किसी की जिंदगी को किस हद तक तोड़ सकते हैं.