हेमकुंड साहिब के दर्शन को आए निहंग सिखों और एक स्थानीय व्यापारी के बीच सोमवार को स्कूटर को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद के दौरान जब एक पुलिस अधिकारी बीच-बचाव करने पहुंचे, तो उन पर भी धारदार हथियार से हमला कर दिया गया, जिससे वह घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, निहंगों ने व्यापारी पर तलवार से हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे। बाद में जब पुलिस ने निहंगों को थाने के पास रोका, तो बड़ी संख्या में स्थानीय व्यापारी भी वहां पहुंच गए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 निहंग सिखों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है।
पुलिस पर भी किया गया हमला: स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब यह पता चला कि निहंग श्रद्धालुओं के पास तलवारों, खंजरों के अलावा कुल्हाड़ी, बड़ी दोधारी तलवारें, चाकू और कुल्हाड़ियों सहित कई धारदार हथियार थे। दोनों पक्षों के बीच गरमा-गरम बहस हुई, जो जल्दी ही हाथापाई में बदल गई। जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो अमृतपाल नाम के एक निहंग ने कथित तौर पर एक सीनियर सब-इंस्पेक्टर के सिर पर तेज चाकू से हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया।
धारदार हथियार भी बरामद किए: पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 7 निहंगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान हरप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह, हरप्रीत, बिंदर सिंह, गरजा सिंह, हरजोत सिंह और भोला सिंह के रूप में हुई है। ये सभी पंजाब के फतेहगढ़ के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनसे धारदार हथियार भी बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 191(2) (दंगा), 193(3) (भूमि के मालिक, कब्जाधारी या हिस्सेदार की जिम्मेदारी जहां गैरकानूनी जमावड़ा या दंगा होता है), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया है। मामले में आगे की जांच जारी है।