चीख-पुकार मचने पर कूदे गोताखोर
डूबते देख घाट पर मौजूद अन्य लोगों और परिवार के सदस्यों में चीख-पुकार मच गई। वहां तैनात स्थानीय गोताखोरों ने तुरंत गंगा में छलांग लगाई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इसमें चार लोगों — दीवान, मोनू, गौरव और नीतू — को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि सुमित और सुमीर तेज बहाव में बह गए और उनका कुछ पता नहीं चला। देर शाम तक गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हुए थे।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
गंगा से बाहर निकाले गए चारों लोगों को तत्काल एंबुलेंस से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर बताई गई है। इस हादसे के बाद पीरनगर से आए परिवार में कोहराम मच गया। घाट पर कई महिलाएं बेहोश हो गईं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और राहत-बचाव कार्य में जुट गया।