ओडिशा के अंगुल जिले के शांत माने जाने वाले गांव श्यामसुंदरपुर में इस समय गहरा आक्रोश और मातम छाया हुआ है। गांव की एक 10 साल की मासूम बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई, और उसका नग्न शव पास के एक नाले से बरामद हुआ है। बच्ची के शरीर पर मिले भयानक चोटों के निशान देखकर ग्रामीणों और पुलिस, दोनों ने यह आशंका जताई है कि उसकी रेप के बाद हत्या की गई है। इस जघन्य अपराध ने पूरे इलाके में तनाव बढ़ा दिया है, और इंसाफ की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। यह दुखद घटना तब सामने आई जब पांचवी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची कल शाम से लापता थी। उसके माता-पिता और परिवार ने पूरी रात उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। थक-हार कर उन्होंने सुबह अंगुल सदर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। कुछ ही घंटों बाद, गांव के लोगों ने बच्ची का शव नाले में देखा, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
बच्ची के शव को देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। उसके शरीर पर क्रूरता के निशान साफ दिखाई दे रहे थे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि उसकी गर्दन, कान और आंखों पर गहरे घाव थे। ऐसा लग रहा था मानो उसके कानों को नोंच लिया गया हो और आँखों को फोड़ दिया गया हो। इन भयावह निशानों ने इस संदेह को और पुख्ता कर दिया कि यह केवल हत्या नहीं, बल्कि एक बालात्कार भी हो सकता है। घटना की खबर फैलते ही, आक्रोशित ग्रामीणों ने तत्काल शबलभंगा को जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया। इससे अंगुल और बंटला के बीच का यातायात पूरी तरह से रुक गया। उनकी एकमात्र मांग थी कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, अंगुल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल जैन तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
उनके साथ एक फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड भी थी, जो मौके से सबूत इकट्ठा कर रही है। पुलिस ने इस मामले में ‘अस्वाभाविक मौत’ का केस (केस नंबर 14/2025) दर्ज कर लिया है और गहराई से जांच शुरू कर दी है। एसपी राहुल जैन ने मीडिया को बताया, “मृतक के पिता की शिकायत पर सदर थाने में एक यूडी केस दर्ज किया गया है। हमारी फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड घटनास्थल पर हैं। हम इस मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं। बच्ची कल शाम से लापता थी और परिवार ने रात भर तलाश के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।”उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया है और यह आश्वासन दिया है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। यह दुखद घटना एक बार फिर समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है, और यह दिखाती है कि हमारे समाज को अभी भी बहुत लंबा रास्ता तय करना है।
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