– डीएम ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर संबंधितों को दिए दिशा निर्देश
– बैठक में भाग लेते डीएम रविन्द्र सिंह।
फतेहपुर। एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अनुमोदन एवं अन्य औद्यानिक विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, अनुसूचित जाति/जनजाति कृषकों के हितार्थ औद्यानिक विकास (एससीपी) योजना पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रोइरीगेशन (पीडीएमसी) योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना व अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीएम ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि कृषकों के हितार्थ औद्यानिक कृषि से संबंधित सभी योजनाओं का वृहद प्रचार प्रसार कराएं, ताकि जानकारी होने पर कृषक योजनाओं से लाभान्वित हो सके। जिला उद्यान अधिकारी ने जनपद में की जा रही औद्यानिक फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही बताया कि कृषकों की सुविधा के लिए जनपद में मिनी सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल प्रथम आरकेबीवई योजना के अंतर्गत राजकीय अलंकृत उद्यान कम्पनी बाग एवं मनरेगा कन्वर्जेंस से राजकीय औद्यानिक प्रक्षेत्र/पौधशाला रमवां पंथुवा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र थरियांव में संचालित है जिसमें कृषकों के लिए पौध नर्सरी तैयार की जाती है। शासनादेशानुसार सब्सिडी की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कितने क्षेत्रफल में कौन-कौन से हाई वैल्यू की क्रॉप होती है उसका डाटा तत्काल उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत बैंक में ऋण के लिए जो आवेदन लंबित है। संबंधित बैंक से वार्ता कर कारण स्पष्ट करें कि आवेदन क्यों लंबित है साथ ही लंबित आवेदनों का निस्तारण जल्द से जल्द कराना सुनिश्चित करे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, प्रशिक्षु आईएएस नौशीन, वनाधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, मंडी सचिव सहित संबंधित उपस्थित रहे।
