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हिसार का बैंक मैनेजर गंगा में बहा, तैरने की जिद ने ली जान; दोस्तों के सामने बह गया

ऋषिकेश में डूबा हिसार का बैंककर्मी: उत्तराखंड के ऋषिकेश में हरियाणा के हिसार का एक युवक गंगा नदी में डूब गया। युवक प्रदीप (34) अपने चार दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने गया था। देर रात लक्ष्मणझूला के पास गौ घाट पर यह हादसा हुआ, जब प्रदीप ने गंगा में तैरने की कोशिश की और तेज बहाव के कारण वह पानी में डूब गया। इस घटना के बाद से एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम युवक की तलाश में जुटी है।

गंगा में तैरने का प्रयास हुआ खतरनाक: प्रदीप, जो एसडीएफसी बैंक में काम करता था, अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश के प्रसिद्ध स्थल लक्ष्मणझूला के पास घूमने आया था। देर रात सभी लोग गौ घाट पर पहुंचें थे, जहां प्रदीप ने गंगा में तैरने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि पानी का तेज बहाव था, जिससे वह अपना संतुलन खो बैठा और गहरे पानी में डूब गया। घटना के बाद दोस्तों ने तुरंत एसडीआरएफ को सूचना दी और बचाव कार्य शुरू किया गया। लेकिन शुरुआती प्रयासों के बावजूद युवक का कोई सुराग नहीं मिला। एसडीआरएफ की टीम ने रात भर और फिर सुबह से युवक की तलाश शुरू कर दी, लेकिन अब तक उसे बरामद नहीं किया जा सका है। यह घटना स्थानीय लोगों के लिए भी चौंकाने वाली थी, क्योंकि गंगा के तेज बहाव में तैरने का प्रयास काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

परिजनों की चिंता, तलाश जारी: घटना के बाद प्रदीप के परिवार वाले भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उनके परिजनों की चिंता और दुख का कोई ठिकाना नहीं था। प्रदीप के पिता सतबीर सिंह ने कहा कि उनका बेटा काफी समय से एसडीएफसी बैंक में कार्यरत था और वह अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। परिजनों का कहना है कि प्रदीप को तैरने का शौक था, लेकिन गंगा की तेज धार में तैरने का प्रयास उसकी जान का दुश्मन बन गया। एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें लगातार नदी के विभिन्न हिस्सों में युवक की तलाश कर रही हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। एसडीआरएफ की टीमें गंगा नदी के विभिन्न हिस्सों में नाव के माध्यम से और नदी के किनारों पर तलाश कर रही हैं।

ऋषिकेश में पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल: इस घटना ने ऋषिकेश में पर्यटकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। ऋषिकेश, जो उत्तराखंड का प्रमुख पर्यटन स्थल है, यहाँ हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। गंगा नदी की तेज धार और जटिल पानी में तैरने का शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए यहां पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। हालांकि प्रशासन और एसडीआरएफ द्वारा लगातार सुरक्षा उपाय किए जाते हैं, लेकिन ऐसे हादसे कभी-कभी होते रहते हैं।

पर्यटकों के लिए सुरक्षा उपायों की आवश्यकता: ऋषिकेश के प्रशासन को इस घटना के बाद यह सोचना होगा कि गंगा नदी के किनारे तैरने के प्रयास को लेकर पर्यटकों के लिए ज्यादा सुरक्षा उपाय किए जाएं। पर्यटन के दौरान सावधानी बरतने और तैरने से पहले पर्यटकों को सही दिशा-निर्देश दिए जाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। खासतौर पर ऋषिकेश जैसे स्थानों पर जहां नदी का बहाव तेज होता है, वहां तैरने से पहले पर्यटकों को पूरी जानकारी देना बेहद जरूरी है।

एसडीआरएफ की तत्परता पर सवाल: इस घटना के बाद, एसडीआरएफ की कार्यप्रणाली पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि, एसडीआरएफ टीम ने तुरंत प्रयास किए थे, लेकिन एक युवक को गहरे पानी से बचाने में सफलता नहीं मिल पाई। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर एसडीआरएफ द्वारा अधिक सुसज्जित और समुचित संसाधनों के साथ बचाव कार्य किए जाते, तो शायद प्रदीप को बचाया जा सकता था।

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