लखनऊ-मुंबई: मुंबई पुलिस और उत्तर प्रदेश STF ने संयुक्त ऑपरेशन में 50,000 करोड़ रुपये की क्रिप्टो करेंसी ठगी के मास्टरमाइंड राजन सिंह को लखनऊ से गिरफ्तार किया। कथित पत्रकारिता की आड़ में वसूली का धंधा चलाने वाला राजन सिंह ‘तलविन लाइफ’ घोटाले का प्रमुख आरोपी है। इस कार्रवाई में आशीष टंडन, अमित टंडन, विजय गुप्ता और सलमान खान भी पकड़े गए। अभी भी काफी लोग पुलिस के राडार में हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही हैं खास बात तो ये थी ये लोग पत्रकारिता की आड़ में अपराध राजन सिंह लखनऊ में ‘प्रशासन प्लस’ और ‘दस्तक न्यूज़ 24’ के नाम से पत्रकार बनकर घूमता था। यह पत्रकारिता का चोला केवल उसकी आपराधिक गतिविधियों को छिपाने का जरिया था। वह तलविन लाइफ का मैनेजर था और कंपनी बंद होने पर निवेशकों को धमकाने का काम करता था। पीड़ितों के पैसे मांगने पर वह फोन पर धमकी देता और मीडिया की आड़ में उन पर दबाव बनाकर चुप करा देता। उसका यह धंधा न केवल पत्रकारिता के पेशे को बदनाम करता था, बल्कि पीड़ितों की आवाज को दबाने का हथियार भी था।
50 लाख लोगों से ठगी
तलविन लाइफ ने देश भर के 50 लाख निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में मोटा मुनाफा देने का लालच देकर 50,000 करोड़ रुपये ठगे। शुरुआती लाभ देकर भरोसा जीता गया, लेकिन बाद में कंपनी बंद कर आरोपी फरार हो गए। राजन सिंह ने निवेशकों को डराकर शिकायतें दबाईं। मुंबई के कई थानों में इस घोटाले के खिलाफ मामले दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
STF और मुंबई पुलिस ने गुप्त सूचना पर लखनऊ में छापा मारकर राजन सिंह को पकड़ा। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर घोटाले के नेटवर्क का खुलासा करने में जुटी है। संदेह है कि इस ठगी का दायरा अंतरराष्ट्रीय स्तर तक हो सकता है। पुलिस ने निवेशकों से सतर्कता बरतने और शिकायत दर्ज करने की अपील की।
पत्रकारिता पर दाग राजन सिंह जैसे लोग पत्रकारिता के सम्मानित पेशे को दुरुपयोग कर अपराध को बढ़ावा देते हैं। उसकी गिरफ्तारी से निवेशकों में न्याय की उम्मीद जगी है। यह कार्रवाई साइबर अपराध और फर्जी पत्रकारिता के खिलाफ एक कड़ा संदेश है