दिल्ली के सदर बाजार इलाके से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है जो किसी थ्रिलर फिल्म की कहानी जैसा लगता है। एक 22 साल की कॉन्ट्रैक्ट टीचर ने स्कूल प्रिंसिपल का ध्यान खींचने के लिए सारी हदें पार कर दीं। उसने न सिर्फ अपनी मौत और कैंसर की झूठी अफवाहें फैलाईं बल्कि प्रिंसिपल की साथी टीचर की आपत्तिजनक तस्वीरें भी वायरल कर दीं।
क्या था पूरा मामला?
पुलिस को अगस्त के आखिरी हफ्ते में स्कूल की एक शिक्षिका ने शिकायत दी कि किसी ने उसके नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया है। उस अकाउंट पर उसकी AI-जनरेटेड आपत्तिजनक तस्वीरें अपलोड की गईं और उन्हें स्कूल के स्टाफ और छात्रों तक भेजा गया ताकि उसकी छवि खराब हो सके।
डीसीपी राजा बंथिया के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की। आईपी एड्रेस और फोन रिकॉर्ड की मदद से पुलिस कुछ ही घंटों में आरोपी तक पहुंच गई जो उसी स्कूल की पूर्व कॉन्ट्रैक्ट टीचर थी। शुरुआती पूछताछ में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन डिजिटल सबूतों ने उसकी पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी युवती उसी स्कूल की पूर्व छात्रा थी जहां वह कुछ समय के लिए कॉन्ट्रैक्ट टीचर के तौर पर भी काम कर चुकी थी। वह प्रिंसिपल को अपना आदर्श मानती थी। जब उसकी टीचर प्रिंसिपल बनीं तो उसका लगाव जुनून में बदल गया। उसने प्रिंसिपल को बार-बार कॉल और मैसेज करना शुरू कर दिया। जब प्रिंसिपल ने दूरी बनाई तो युवती बेचैन हो गई और उसने अजीबोगरीब हरकतें शुरू कर दीं।
कैंसर और मौत का ड्रामा
प्रिंसिपल का ध्यान खींचने के लिए युवती ने सबसे पहले एक वीडियो बनाया जिसमें उसने झूठा दावा किया कि उसे कैंसर हो गया है। जब इससे कोई फायदा नहीं हुआ तो उसने एक कदम आगे बढ़कर अपनी ही मौत की अफवाह फैला दी। उसने अपनी तस्वीर पर माला चढ़ाकर एक पोस्ट वायरल की जिससे यह संदेश दिया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है।
जब यह भी काम नहीं आया तो उसने प्रिंसिपल की एक और करीबी शिक्षिका को निशाना बनाया। उसने AI की मदद से उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें बनाईं और उनके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर वायरल कर दिया।
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