गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर सैदपुर महिला अस्पताल में उस समय हंगामा मच गया, जब एक गर्भवती महिला ने मृत बेटी को जन्म दिया। पति ने बच्ची को अपना मानने से इनकार करते हुए डीएनए टेस्ट की मांग की। पति के हंगामे के बाद पुलिस ने आधी रात में नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी भिजवाया।
सैदपुर तहसील के बड़िहारी गांव की आरती देवी की शादी दो साल पहले वाराणसी के धौरहरा के रहने वाले राधेश्याम के बेटे धनंजय से हुई थी। शादी के कुछ महीनों बाद ही दंपती के बीच तकरार शुरू हो गई, उनके आपसी संबंध खराब हो गए। इस बीच आरती गर्भवती हुई, जिसके बाद ससुराल वालों ने उसे मायके भेज दिया। धनंजय ने तलाक के लिए कोर्ट में मुकदमा भी दायर कर दिया। गुरुवार को आरती को प्रसव पीड़ा हुई। परिजन उसे सैदपुर के महिला अस्पताल ले गए।जहां दोपहर में उसने मृत बेटी को जन्म दिया।
रात में अस्पताल पहुंचे धनंजय ने मायके वालों को शव का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया, उसका कहना था कि बच्ची उसकी नहीं है। धनंजय ने दावा किया कि शादी के बाद उसका अपनी पत्नी से कभी अच्छा रिश्ता नहीं रहा और न ही वह उसके संपर्क में था। पीड़ित ने डीएनए टेस्ट की मांग करते हुए कोतवाली में हंगामा किया। मौजूद लोगों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। आखिरकार पुलिस ने शव को मर्चुरी भिजवाया। इस घटना ने क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है।