इटावा। यूपी की भाजपा सरकार का दावा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हो रही हैं। आकस्मिक सेवाओं के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। इनके माध्यम से मरीजों को तत्काल मेडिकल फैसेलिटी दी जाती है। लेकिन तमाम योजनाओं और सुविधाओं के बावजूद मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना किसी चुनौती से काम नहीं है।
ये हम नहीं कह रहे हैं। योगी सरकार के इन दावों की पोल यूपी के इटावा जिला अस्पताल से एक हैरान कर देने वाला सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल है। जिसने स्वास्थ्य अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। जहां, एक बुजुर्ग महिला को स्ट्रेचर नहीं मिला तो उसका बुजुर्ग पति उसे गोद में लेकर बैठ गया। उसे इंतजार था कि कोई आएगा और उनकी मदद करेगा, लेकिन अस्पताल में तैनात कोई भी स्वास्थ्यकर्मी आगे नहीं आया। बुजुर्ग ने जैसे तैसे करके अपनी पत्नी को अस्पताल के अंदर पहुंचाया।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस वीडियो को एक्स पोस्ट पर शेयर कर लिखा कि देश को हिंदू मुसलमान में उलझा कर शिक्षा स्वास्थ्य बर्बाद कर दो। ये शर्मनाक तस्वीर इटावा ज़िले की है जहां एक 74 साल के बुजुर्ग अपनी 70 साल की पत्नी का इलाज कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।