– भाजपा सरकार में दलितों पर बढ़े अत्याचार: राहुल
– पीड़ित परिवार के दुख को साझा करते नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी।
फतेहपुर। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रायबरेली जनपद में भीड़ हिंसा का शिकार हुए जनपद के निवासी हरिओम बाल्मीकि के परिजनों से मिलकर शोक अंवेदना प्रकट की। कांग्रेस नेता सांसद राहुल गांधी को उनके व पार्टी की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी कानपुर एयरपोर्ट से कार द्वारा प्रातः लगभग सवा नौ बजे मृतक हरिओम बाल्मीकि के आवास पहुंचे जहां मृतक हरिओम बाल्मीकि के परिजनों से मिले। राहुल गांधी से लिपटकर मृतक हरिओम बाल्मीकि की बहन फफक पड़ी। जिससे साथ खड़े नेता व अन्य लोग भी अपने आंसू रोक नहीं पाये। बताते चलें कि बीते दो अक्टूबर को जनपद के तुराबअली का पुरवा निवासी हरीओम बाल्मीकि की रायबरेली जनपद में भीड़ द्वारा चोर समझ कर पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी थी। भीड़ हिंसा का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर मृतक की पिटाई के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिया गया था। जिसके बाद भीड़ में शामिल लोगों में खुश को बाबा वाले लोग बताते हुए उसकी और पिटाई कर दी थी जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों में मृत घोषित कर दिया। मृतक की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद माहौल गरमा गया। कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश की योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में दलितों के साथ अत्याचार में बढ़ोत्तरी होने का आरोप लगाया। कांग्रेस पार्टी की ओर से पीडितो से मिलने के लिए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल भेजा गया था। साथ ही राष्ट्रीय अनुसूचित विभाग के चेयरमैन व प्रदेश अनुसूचित विभाग के चेयरमेन के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमण्डल मंडल भेजकर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया था।
परिजनों के साथ हो रहा अपराधियो जैसा व्यवहार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मृतक के परिजनों से अपराधियों की तरह व्यवहार किया जा रहा है। उन्हें इलाज तक कराने नहीं जाने दिया जा रहा। उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार से पीड़ित के परिजनों का सम्मान करने व मदद करने की अपील की।
कांग्रेस की मदद को पहले प्रशासन ने रोका था
कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष महेश द्विवेदी व शहर अध्यक्ष मो0 आरिफ़ गुड्डा के नेतृत्व में जिला स्तरीय कमेटी द्वारा मृतक हरिओम के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का प्रयास किया गया था। जिसे प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गयी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध जताने के बाद पुलिस प्रशासन ने कांग्रेसियों को कोतवाली में बिठा लिया था। दूसरे दिन परिजनों को जिला कार्यालय बुलाकर सहायता राशि दी गयी थी।
सरकार से भी मिली मदद
मृतक के परिजनों को प्रदेश सरकार द्वारा लगभग तेरह लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गयी है। साथ ही बहन को मेडिकल कालेज में स्टाफ नर्स व भाई को संविदा की नौकरी दी गयी है। मृतक की बेटी की शिक्षा के लिए हर महीने मदद भी मिलेगी।
मुहल्ले में लगे आपत्तिजनक पोस्टर
हरिओम बाल्मीकि के आवास के निकट अज्ञात लोगों द्वारा नफरत की राजनीति करने एवं राहुल वापस जाओ जैसे आपत्तिजनक पोस्टर दीवारों पर चस्पा किए गए थे। जिसे देखकर हड़कंप मच गया। जैसे ही कांग्रेस नेताओं को पोस्टर की जानकारी हुई कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर आक्रोश ज़ाहिर किया। बाद में कार्यकर्ताओं ने आपत्तिजनक पोस्टर को फाड़ दिया।