रायपुर में युवाओं को भटकाने के लिए ड्रग्स और अश्लील पार्टी आयोजित करने का खेल सुनियोजित ढंग से चल रहा है। वहीं इसका पुरजोर विरोध होने के बाद मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। जांच में पता चला है कि न्यूड पार्टी में शामिल होने के लिए 30 लोगों की एंट्री हो चुकी थी। वहीं हैरान करने वाली बात यह है कि मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बताया गया कि इसके लिए इंस्टाग्राम में ऑफर वाले मैसेज वायरल कर प्रचार करते हैं। जैसे इस पार्टी में रुचि लेने वालों की संख्या 100 हो जाती है, तब पार्टी के लिए स्थान तय करते हैं। इसी तरह की एक पार्टी आयोजित करने की तैयारी करने वाले 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि अश्लील पार्टी का आयोजन करने से जुड़े कई लोग अब तक पकड़े नहीं गए हैं।
पूरी गतिविधियां सोशल मीडिया में चलती हैं, लेकिन पुलिस का सोशल मीडिया निगरानी सेल इन्हें रोक नहीं पा रहा है। पिछले कुछ दिनों से इंस्टाग्राम में न्यूड पार्टी और स्ट्रेंजर हाउस/पूल पार्टी आयोजित करने के लिए अपरिचित क्लब के नाम प्रचार किया जा रहा था। इसमें शामिल होने के लिए युवाओं को उकसाया जा रहा था। तेलीबांधा इलाके के हायपर क्लब में स्ट्रेंजर हाउस-पूल पार्टी का प्रचार भी किया जा रहा था। इसको लेकर जमकर बवाल हुआ। विभिन्न संगठनों ने आपत्ति जताई।
अब 30 लोगों की एंट्री हो चुकी
इंस्टाग्राम में न्यूड पार्टी का भी प्रचार किया जा रहा था। इसका भी इवेंट आर्गनाइजर अजय महापात्रा को माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस पार्टी के लिए अब 30 लोगों की एंट्री हो चुकी थी। इसके लिए 5 हजार से लेकर 1 लाख तक एंट्री फीस रखी गई थी। इस पार्टी का आयोजन मंदिरहसौद इलाके के एक बड़े होटल में किया जाना था। पुलिस ने इससे जुड़े चार लोगों से पूछताछ की थी। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इसके आयोजन में कई रसूखदार शामिल थे। इसकी तिथि अभी तय नहीं हो पाई थी।
पुलिस ने हाइपर क्लब में छापा मारा और इवेंट आर्गेनाइजर संतोष जेवानी व अजय महापात्रा, एसएस फार्महाउस के संचालक संतोष गुप्ता, सोशल मीडिया में इवेंट का प्रमोशन करने वाले अवनीश गंगवानी, हाइपर क्लब के संचालक जेम्स बेक और उसके सहयोगी दीपक ङ्क्षसह व देवेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी मिलकर इस तरह के इवेंट का आयोजन करते हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 4 स्त्री अशिष्ट रूपण प्रतिषेध अधिनियम, 67 आईटी एक्ट और बीएनएस की धारा 79 के तहत केस दर्ज किया गया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने दोनों इवेंट में शामिल होने वाले युवक-युवतियों की जांच शुरू कर दी है। जिन लोगों ने अपने बैंक खातों से रकम ट्रांसफर कर अपनी इंट्री कराई है,उनकी जांच की जा रही है।
110 लोग होने वाले थे शामिल
स्ट्रेंजर पार्टी में शामिल होने के लिए 110 युवक-युवतियों ने सहमति दी थी। एंट्री शुल्क 2000 रुपए से शुरू था। इसमें शराब स्वयं की ले जाना था। एंट्री शुल्क ऑनलाइन ले रहे थे। पार्टी 21 सितंबर को रात 12 से सुबह 6 बजे तक चलनी थी। सभी को शुल्क के हिसाब से अलग रूम, हॉल अलॉट करने का दावा किया गया था। बता दें कि पुलिस के कार्रवाई करने से एक घंटे पहले तक सोशल मीडिया पर ग्रुप एक्टिव था।
सोशल मीडिया सेल को भी खबर नहीं
शहर में सोशल मीडिया में अश्लील पार्टी, ड्रग्स पार्टी, शराब पार्टी, पूल पार्टी आदि के नाम से कई इवेंट आयोजित किया जा रहे हैं। इन पार्टियों का प्रचार सोशल मीडिया में किया जाता है और युवाओं को इसी से जोड़ते हैं, लेकिन इनका पता पुलिस के सोशल मीडिया निगरानी सेल को भी नहीं हो पाता है। सोशल मीडिया निगरानी सेल को सोशल मीडिया में अश्लीलता, अवैध, धार्मिक, कानून व्यवस्था आदि को लेकर होने वाली प्रतिकूल टिप्पणियों, मैसेज व अन्य चीजों की निगरानी के लिए बनाया गया था। पिछले दो साल से पुलिस का सोशल मीडिया निगरानी सेल इन गतिविधियों को पकड़ नहीं पा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक तेलीबांधा, मंदिरहसौद और विधानसभा इलाके के बड़े होटल-क्लब और फार्म हाउसों में ऐसी कई अश्लील पार्टियां हो चुकी हैं। यह लगातार होता रहता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। खासकर बड़े होटलों के मामलों में एक्शन नहीं लिया जाता है।
शहर में होटल, क्लब, पब, रेस्टोरेंट करीब 150 ही हैं, जो किसी तरह की पार्टी आयोजित करने के लिए परमिशन लेते हैं। बाकी 300 से अधिक लोग परमिशन ही नहीं लेते हैं। जिन लोगों ने रेस्टोरेंट में शराब पिलाने का स्थायी लाइसेंस ले रखा है, वो आयोजित होने वाली पार्टी की जानकारी पुलिस को नहीं देते हैं।
मामले में सिर्फ खानापूर्ति की कार्रवाई : गांधी
छत्तीसगढ़ राज्य उर्दू अकादमी के अध्यक्ष इदरीस गांधी का आरोप है कि न्यूड पार्टी मामले में पुलिस की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति वाली है। उनका कहना है कि पुलिस ने कुछ लोगों की गिरफ्तारी की है, वे लोग केवल मोहरा हैं। इसमें कुछ बड़े लोग भी शामिल हैं जो इस प्रोग्राम के कर्ताधर्ता हैं, जिसे गिरफ्तार करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं और पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है।