Breaking News

हिंदू संगठनों के तांडव व प्रशासनिक लापरवाही का मुद्दा विधानसभा में गूंजेगा

फतेहपुर। शहर के आबूनगर में स्थित लगभग 350 साल पुराने मुगलकालीन मकबरे को हिंदू संगठनों व भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा मठ बताकर सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में बैरिकेटिंग तोड़कर हजारों लोग मकबरे मैं घुस गए और अंदर की दो व बाहर की दो मजारों को तहस-नहस कर डाला। इतनी बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस सिर्फ मूकदर्शक बनी रही। इस मामले की गूंज पूरे देश में फैल गई। यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे व कानपुर कैंट के विधायक रूमी हसन ने घटना की निंदा करते हुए इस संवेदनशील मुद्दे को मंगलवार को विधानसभा में उठाने का ऐलान किया है। वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा की दिल्ली मे डरपोक चोर मोदी अमित शाह मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए फतेहपुर मे दंगा कर मकबरा की करोडो की ज़मीन भाजपा हड़पना चाहती है SIR मामले मे भाजपा के सामने जिस तरह अखिलेश यादव जी और इण्डिया ब्लॉक ने आक्रामकता दिखाई है  देश ने नागरिकों का भरोसा चुनाव आयोग से उठ गया है जनता का ध्यान बदलने के लिए फतेहपुर जैसे अमनपसंद क्षेत्र को साम्प्रदायिकता की आग मे झोकने का काम भजपा कर रही है  बातचीत में नेता विरोधी दल ने बताया कि जिलाधिकारी से फोन पर बात करने का काफी प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने बात नहीं की बल्कि यह बताया गया की डीएम साहब मीटिंग में है।
बताते चलें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के इलाके में ईदगाह के सामने मुगलकालीन मकबरा बना हुआ है। इसमें मुगलकालीन कर्ताधर्ता अब्दुल समद खान व उनके बेटे अबू मोहम्मद की मज़ारें बनी हुई है। पिछले एक पखवाड़े से इस मकबरे को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल व हिंदू संगठन इस मकबरे को ठाकुरद्वारा बता रहे थे इतना ही नहीं 11 अगस्त सोमवार को पूजा अर्चना का ऐलान भी कर दिया था। इस ऐलान को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन ने मकबरे को जाने वाले रास्तों पर बैरिकेटिंग के साथ ही मकबरा वाले स्थान को बांस बल्लियों से कवर कर दिया था। ऐलान के मुताबिक भाजपा जिला अध्यक्ष व हिंदू संगठन सोमवार को 10:00 बजे से डाक बंगले के निकट इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। करीब 1 घंटे तक पुलिस की रोक-टोक के चलते भाषण बाजी होती रही अचानक 11:00 बजे पूरा हुजूम पुलिस की आंखों के सामने से मकबरा की ओर नारेबाजी करता हुआ चल पड़ा और पुलिस लाचार बानी रही। हजारों की भीड़ मकबरे के अंदर की दो मजारों व बाहर के दो मजारों को तहस-नहस कर दिया और मकबरे के गुंबद पर भगवा फहरा दिया। भगवा फहराते ही दूसरे समुदाय के लोग भी भड़क उठे और शांतिपूर्वक ढंग से विरोध करने लगे। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर भगवा झंडे को उतरवाने के बाद दोनों पक्षों से वार्ता कर फिलहाल मामले को शांत कराया इस बीच इलाहाबाद जोन के एडीजी संजीव सिंह ने भी मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया उन्होंने जमकर अधीनस्थों को लापरवाही के लिए जमकर फटकार भी लगाई। समाचार लिखे जाने तक जॉन सहित कई जनपदों का पुलिस बल एवं पीएसी बल आ गया है। जिसे मकबरा स्थल पर स्थिति शांत होने तक के लिए तैनात कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि तहरीर लिखी जा रही है। किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। वीडियो ग्राफी के जरिए पहचान की जा रही है। उधर यूपी विधानसभा में नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडे वह कानपुर कैंट के विधायक रूमी हसन ने पूरे मामले की घोर निंदा करते हुए इसे प्रशासनिक व शासन की असफलता बताया है। इस मुद्दे को मंगलवार को विधानसभा में उठाया जाएगा इतना ही नहीं एक प्रतिनिधिमंडल भी मौके पर भेजा जाएगा।

About NW-Editor

Check Also

रेडक्रास चेयरमैन ने बच्चों को वितरित की होम्योपैथिक दवा

– हर घर तिरंगा अभियान के तहत राष्ट्रीय ध्वज किया प्रदान हर घर तिरंगा अभियान …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *