ज्ञानवापी की सच्चाई जानने को आज खत्म होगा इंतजार सार्वजनिक करने पर फैसला संभव, तीन तारीखें टलने से मायूसी

श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद की सच्चाई सामने आने का इंतजार बढ़ता जा रहा है। 24 जुलाई को परिसर में साइंटिफिक सर्वे शुरू होने के बाद हर किसी की निगाहें स्टडी रिपोर्ट पर टिकी हैं। ASI सर्वे रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की याचिका पर तारीख दर तारीख मिलती जा रही है। अब लगातार तीन दिन फैसला टलने के बाद जिला जज ने 6 जनवरी को फैसले की तारीख सुनिश्चित की है।

जिला जज की कोर्ट में ज्ञानवापी में ASI सर्वे की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने को लेकर लगातार सुनवाई हो रही थी। बहस और दलीलों के बीच केस की सुनवाई पूरी हुई और फैसला सुरक्षित रख लिया गया। अब गुरुवार और शुक्रवार को आने वाला फैसला टल गया लेकिन जिला जज ने शनिवार यानि छह जनवरी की जजमेंट डेट तय की है।

मुस्लिम और हिन्दू पक्ष दोनों मांग रहे हॉर्डकॉपी

जिला न्यायालय में तीन दिन पहले यानी बुधवार को हिन्दू पक्ष की ओर से याचिका दाखिल करने वाली महिलाओं और वकीलों ने रिपोर्ट की हार्ड कॉपी मांगी तो मुस्लिम पक्ष ने इसे मेल पर देने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। उधर, ASI ने चार सप्ताह तक रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने की अपील की। ASI के वकील ने हाईकोर्ट के आदेश और सीनियर डिवीजन एफटीसी में चल रहे केस में रिपोर्ट सौंपे जाने का हवाला दिया। चारो वादिनी महिलाओं की अपील पर सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग है।

हैदराबाद के साथ यूएस के वैज्ञानिकों ने की है स्टडी

ASI ने 84 दिनों में ज्ञानवापी परिसर में GPR, फोटोग्राफ, वीडियोग्राफी समेत सभी पहलुओं पर सर्वे किया था। ASI ने 36 दिन में इसकी रिपोर्ट तैयार की। इसमें GPR रिपोर्ट तैयार करने में 30 दिन लगे। इसे अमेरिका के GPR सर्वे एक्सपर्ट ने तैयार की है।

हैदराबाद के साथ अमेरिका के वैज्ञानिकों की टीम ने कई दिनों तक 10 मीटर तक गहराई का गहन अध्ययन किया गया। फिर अमेरिका में 400 से लेकर 900 मेगा हर्ट्ज और उससे अधिक रेंज के रडार की मदद से रिपोर्ट बनाई गई। ​​​​

36 दिनों तक तीन हिस्सों में तैयार हुई रिपोर्ट

ज्ञानवापी में सर्वे के बाद ASI ने तीन हिस्सों में रिपोर्ट तैयार की है। पहली कॉपी ऊपरी हिस्सों में दिखने वाली आकृतियों की है, जिसमें स्थलीय बनावट, काल और समय आदि का विवरण है।

दूसरी कॉपी में जमीन के अंदर की GPR सर्वे की डिटेल को शामिल किया है। इसमें तरंगों के जरिए ग्राफ बनाया और उसके नीचे मौजूद अवशेषों का एक्स-रे किया गया। उसकी रिपोर्ट डिजिटल और ग्राफिक्स में तैयार की गई है।

तीसरी कॉपी में वीडियो-फोटोग्राफी को स्थान के साथ मार्क किया है। ज्ञानवापी में तीन स्तर पर तैयार रिपोर्ट को दिनों के अनुसार, PPT स्लाइड में तैयार किया गया है और उस दिन की प्रगति को अलग से उल्लिखित भी किया है।

 

About NW-Editor

Check Also

तीसरी सोमवारी पर हाईटेंशन तार से 9 श्रद्धालुओं की मौत

हाजीपुर में सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा हरिहर नाथ को जलाभिषेक करने सोनपुर जा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *