जयपुर नगर निगम ग्रेटर की 8वीं साधारण सभा की बैठक आज हंगामे के साथ शुरू हुई। कांग्रेस पार्षद टेबल पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। वहीं, सभा में नहीं बोलने देने से नाराज होकर एक कांग्रेसी पार्षद ने प्रस्ताव की प्रति फाड़ दी। दरअसल, आज बैठक का मुख्य एजेंडा जीएसटी रिफॉर्म्स और वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा करना है। लेकिन करीब 2 घंटे में ही बैठक को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया। नगर निगम मुख्यालय में दोपहर 12.15 बजे शुरू हुई। बैठक में जीएसटी रिफॉर्म पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा कर दिया। पार्षद टेबलों पर चढ़ गए। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब कांग्रेस के प्रतिपक्ष नेता राजीव चौधरी सदन में बोल रहे थे। उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म पर बोलने की बजाय शहर के विकास पर चर्चा करने की मांग रखी। राजीव चौधरी ने कहा- जीएसटी पर चर्चा करनी हो तो आप कहीं पार्क में जाकर कीजिए। सदन में शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करो तो ज्यादा बेहतर रहेगा। इस बात पर बीजेपी के पार्षद सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। भाजपा पार्षदों की नारेबाजी के बाद कांग्रेस पार्षद भी मोदी के खिलाफ वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लगाने लगे। हाथों में तख्तियां लेकर कांग्रेस के पार्षद अपनी टेबलों पर चढ़ गए और जोर-जोर से नारे लगाने। दोनों तरफ से हंगामा बढ़ता देख मेयर सौम्या गुर्जर ने सदन को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया। 10 मिनट बाद बैठक फिर शुरू हुई। कार्रवाई शुरू होने के बाद भाजपा पार्षदों ने एक-एक करके बोलना शुरू किया। तीन बीजेपी पार्षदों के बोलने के बाद कांग्रेस के पार्षदों में उन्हें नहीं बोलने देने की बात को लेकर हंगामा किया। इस दौरान कांग्रेस से पार्षद करण शर्मा इतने नाराज हुए कि उन्होंने प्रस्ताव की प्रति ही फाड़ दी। सदन से बाहर चले गए। कांग्रेस के सभी पार्षदों का आरोप है कि अगर बीजेपी के ही पार्षदों को बोलने दिया जा रहा है तो हमें सदन में क्यों बुलाया है।सदन में बोलने नहीं देने के मुद्दे पर एक बार फिर से कांग्रेसी पार्षद गुस्सा हो गए। उन्होंने सदन में वापस हंगामा करते हुए ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ लिखे पेपर लहराए। टेबल कुर्सी पर खड़े हो गए। हंगामा के बाद मेयर ने बैठक को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया।
