मैसूरु : कर्नाटक में एक महिला ने बीते 8 सितंबर को अपने पति को रागी की रोटी में जहर खिलाकर मार डाला। हत्या के बाद उसने शव को ठिकाने लगा दिया, फिर वन विभाग से मुआवजा लेने के लिए झूठी कहानी बनाई। उसने बाघ के हमले में मारे जाने की आशंका जताते हुए झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई, मगर उसकी पोल खुल गई। हुंसुर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
हुंसूर पुलिस के मुताबिक, पति की हत्या की वारदात नागरहोल टाइगर रिजर्व (NTR) के पास चिक्काहेज्जुर में हुई। आरोप है कि यहां रहने वाली सल्लापुरी नाम की एक महिला ने अपने पति वेंकटस्वामी को जहर देकर मार डाला। हत्या के बाद उसने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। एफआईआर में उसने बताया कि 8 सितंबर को रात 10:30 बजे से उसके पति वेंकटस्वामी को कुछ आवाजें सुनाई दीं। उस समय बिजली नहीं थी, इसलिए वह टॉर्च लेकर बाहर निकले। इसके बाद से वह वापस नहीं लौटे। जब तलाश करने के बाद भी अता-पता नहीं मिला तो अगले दिन पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी। सल्लापुरी ने झूठी आशंका जताई कि उसके पति को बाघ ने मार डाला है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। हुंसुर ग्रामीण पुलिस जब सल्लापुरी के बताए कथित घटनास्थल का मुआयना करने मौके पर पहुंची तो देखा कि घर के पीछे जमीन खुदी हुई है। वहां की मिट्टी भी नम थी। शक होने पर पुलिस ने वहां खुदाई की तो वेंकटस्वामी का शव मिला। फिर पुलिस महिला सल्लापुरी को हिरासत में ले लिया और उसके दो बच्चों से भी पूछताछ की। महिला ने बताया कि उसके ऊपर काफी कर्ज था। उसे पता चला कि वन विभाग बाघ के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देता है। कर्ज चुकाने के लिए उसने मुआवजे की रकम हासिल करने का फैसला किया।