– ग्रांट थार्टन को क्लीन चिट देने की सूचना पर कर्मियों में आक्रोश
– विद्युत निजीकरण के विरोध में विरोध सभा करते कर्मचारी।
फतेहपुर। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर गुरूवार को बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओ ने निजीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी जय सिंह कुशवाहा ने बताया कि यह चर्चा है कि निजीकरण हेतु नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को झूठा शपथ पत्र देने के बावजूद निदशक वित्त श्री निधि नारंग ने उसे क्लीन चिट दे दी है। इंजीनियर ऑफ कांट्रैक्ट ने झूठा शपथ पत्र देने के मामले में ग्रांट थॉर्टन का नियुक्ति आदेश रद्द करने की सिफारिश की थी। इसे न मान कर अब अवैध ढंग से नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को क्लीन चिट देकर निजीकरण की प्रक्रिया तेज की जा रही है। संघर्ष समिति ने कहा कि इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन की निजी घरानों से मिली भगत है। इसीलिए तीसरी बार निधि नारंग को सेवा विस्तार दिया गया है। संघर्ष समिति के वक्ता प्रवीण शाक्य ने बताया कि प्रदेश सरकार ने विद्युत वितरण निगमों में घाटे के भ्रामक आंकड़ों देकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय लिया है। जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा व्याप्त है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों का कोई भी उत्पीड़न करने की कोशिश की गई तो देश के तमाम 27 लाख बिजली कर्मी मूकदर्शन नहीं रहेंगे और सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी। विरोध सभा सुबह 10 बजे से सांय 5 बजे तक हुई जिसकी अध्यक्षता उपखंड अधिकारी प्रवीण शाक्य एवं संचालन लवकुश कुमार ने किया। इस मौके पर अधिशाषी अभियंता रत्नेश जायसवाल, विजय कटारिया, उपखंड अधिकारी अभिनय श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार, अवर अभियंता गुलाब चंद्र, आदित्य त्रिपाठी, मो. नफीस, जितेंद्र मौर्य, कार्यकारी सहायक पूजा जैसल, चंचल होल्कर, एकता, प्रियंका पाल, रुद्र सिंह, शुभम, बबलू यादव, सानेन्द्र सिंह आदि रहे।
