यूपी के अमरोहा में एक युवक ट्रेन के आगे कूद गया। इससे उसकी मौत हो गई। शव इंजन के आगे लगे हुक में फंस गया।शव करीब 6 किलोमीटर तक ट्रेन के इंजन में फंसकर घिसटता रहा। ट्रेन कैलसा रेलवे स्टेशन पहुंची तब लोगों ने शव देखा।
घिसटने से दोनों पैर घुटने तक कट गए। घटना का वीडियो भी सामने आया है। स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खड़े यात्री इंजन पर शव लटका देख डर गए। इसके बाद उन्होंने रेलकर्मियों और को सूचना दी। तब शव को निकाला गया।
घटना सोमवार को हुई। इसका वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया में आया। बताया जाता है कि युवक का पत्नी से झगड़ा हुआ था। इसी कारण नाराज होकर उसने यह कदम उठाया। मृतक गुरविंदर सिंह (35) पिता जसपाल था। वह देहात थाना क्षेत्र के गांव पचोकरा का रहने वाला था। वह अमरोहा में एक प्राइवेट अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड था। उसके परिवार में पत्नी अर्चना, 3 साल की बेटी परमीत और 4 साल का बेटा दिशू है। साथ में गुरविंदर की मां शशि भी रहती हैं।
सोमवार को गुरविंदर सिंह ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार होकर निकल रहा था। इसी दौरान उसकी पत्नी और मां का आपस में झगड़ा हो गया। उसने दोनों को काफी समझाया, लेकिन दोनों में से कोई चुप नहीं हो रहा था। इसके चलते गुरविंदर परेशान हो गया और वह गुस्से में घर से अस्पताल के लिए निकल गया।
गुरविंदर के अस्पताल जाने के रास्ते में दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन पड़ती है। इत्तफाक से उस समय पैसेंजर ट्रेन आ रही थी। गुरविंदर गुस्से में उसी ट्रेन के आगे कूद गया। कूदते समय वह इंजन के अगले हिस्से में फंस गया। ट्रेन जब कैलसा रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तो स्टेशन पर खड़े यात्रियों ने इंजन में शव लटका देखा।
मृतक गुरविंदर के घर के आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने बताया, उसकी बेटी स्कूल जाने लगी थी। इस साल से 4 साल के बेटे को भी स्कूल जाना था। गुरविंदर की पत्नी का अपनी सास से हर दिन छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता रहता था। गुरविंदर अगर अपनी मां के लिए कुछ भी कर देता, तो पत्नी उससे झगड़ा शुरू कर देती थी। कई बार तो नौबत मारपीट तक पहुंच जाती थी।
इसके बावजूद गुरविंदर अक्सर अपनी पत्नी को चुप करा दिया करता था। मगर, आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से भी परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही थी। कई बार गुरविंदर जब शाम को ड्यूटी पूरी करके घर पहुंचता, तो वहां तनावपूर्ण स्थिति मिलती थी। इस बात से वह बहुत दुखी रहता था। सोमवार को भी सास और बहू में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। गुरविंदर ने दोनों को शांत कराने की काफी कोशिश की, लेकिन झगड़ा बढ़ता ही गया। गुरविंदर इसे सहन नहीं कर सका।
गुरविंदर जिस ट्रेन के आगे कूदा, वह उसके नीचे नहीं आया बल्कि इंजन के हुक में फंस गया। इसके बाद वह 6 किलोमीटर तक घिसटता चला गया। उसकी मौत तो ट्रेन से टकराने के साथ ही हो गई। लेकिन घिसटने से घुटने के नीचे उसके पैर एक फीट तक खत्म हो गए।
इंचार्ज टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद शव को ट्रेन से निकाला गया। चौकी इंचार्ज माहिर अब्बास जैदी ने बताया कि ट्रेन की चपेट में आने से सिक्योरिटी गार्ड की मौत हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया गया है। परिजनों ने किसी तरह की कार्रवाई से इनकार किया है।