विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के बयानों का जवाब तीखे तेवरों से दिया। कहा कि आपके राज (सपा) में माफिया पाले जाते थे। क्या अतीक सपा से पोषित नहीं था, ऐसे माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। क्या ये सही नहीं है कि आपकी पार्टी के सहयोग से विधायक बना। आप लोग चोरी और सीना चोरी करने का काम कर रहे है।
उन्होंने कहा कि एक बड़े विचारक ने कहा था कि शक्ति देना आसान है, लेकिन बुद्धि देना आसान नहीं। इसको सरल भाषा में कहूं कि विरासत में सत्ता तो मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है।
माफिया कोई भी हो, सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। सपा के विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। अध्यक्ष सतीश महाना ने समझाया कि माफिया पर कोई गलत बयान नहीं दिया। माफिया को मिट्टी में मिला ही देना चाहिए। इसमें प्रदेश को भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। अखिलेश ने कहा- कानून मिट्टी में मिलाएगा। ये इनका क्या बयान हुआ? इस पर सतीश महाना ने उनको शांत कराया।
इसके बाद एक बार फिर सीएम योगी ने बोलना शुरू किया। प्रयागराज की घटना बहुत दुखद है। इसमें शामिल माफिया बख्शा नहीं जाएगा। ये किसके द्वारा पोषित है। क्यों नेता प्रतिपक्ष को इतनी दिक्कत हो रही है। जिन पेशेवर अपराधियों के सामने सत्ता नतमस्तक होती है। अब यूपी के बाहर भी लोग जान रहे हैं कि अब इन अपराधियों के खिलाफ हुई कार्रवाई पूरे देश में नजीर है।