फतेहपुर। उ० प्र० माध्यमिक शिक्षक संघ में संगठन के शक्तिपुंज परमश्रद्धेय स्व० ओम प्रकाश शर्मा जी की 91वी जयन्ती शिक्षक कल्याण दिवस के रूप में जनपद के सभी विद्यालयों में मनायी गयी। जहाँ स्व० ओम प्रकाश शर्मा के जीवन पर प्रकाश डाला गया। संघ के अध्यक्ष आलोक शुक्ला ने बताया कि शर्मा जी का जन्म 05 जनवरी, 1933 को ग्राम सुजती, मेरठ में हुआ था। वह 06 अगस्त, 1956 को जनता इण्टर कालेज खरखौदा, मेरठ में अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर नियुक्त हुए तथा 30 जून, 1993 को इसी विद्यालय से प्रधानाचार्य के रूप में सेवानिवृत हुए। माध्यमिक शिक्षक संघ की स्थापना 30 व 31 दिसम्बर, 1956 में कानपुर में हुई थी। कानपुर सम्मेलन में जनता इण्टर कालेज, खरखौदा, मेरठ के शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में शिक्षकों के संघर्ष के लिए करो या मरो का आह्वान किया था। श्री शर्मा जी ने नियुक्ति के उपरान्त ही शिक्षकों के लिए संघर्ष की यात्रा प्रारम्भ कर दी थी। और शिक्षकों को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में सफल रहे। आज समाज के प्रथम श्रेणी के सम्मानित और समृद्ध व्यक्ति के रूप में शिक्षक की पहचान होती है। जिस समय शर्मा जी शिक्षक के रूप में शिक्षा जगत में प्रवेश किया था तब अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति बंधुवा मजदूर जैसी थी, न तो सेवा सुरक्षा थी, न ही सम्मान सुरक्षित था, अल्प वेतन मिलता था वह भी समय पर नहीं मिलता था। कुछ ऐसे भी प्रबन्धक थे जो वेतन मांगने पर कह देते थे की कल से आपको नहीं आना है। जिसका शर्मा जी ने 1956 से संघर्ष प्रारम्भ किया और वर्ष 1970 में शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में उप्र विधान परिषद की सदस्यता के बाद शिक्षक के हित में कार्य किया। गोष्ठी में शिक्षकों ने संकल्प लिया कि उनकी संघर्ष यात्रा को निरंतर जारी रखेंगे।