औग, फतेहपुर। औंग थाना क्षेत्र के बड़ाहार गांव में बेंगलुरु से पांच दिन बाद शटरिंग मजदूर अभिषेक पासवान पुत्र प्रदीप कुमार पासवान का शव उसके घर बड़ाहार आया। शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया । बताते चले कि पांच दिन पूर्व उक्त घटना सूचना पिता प्रदीप कुमार पासवान को मिली थी तब से पूरा परिवार शोक में था ।मृतक के घर में बेंगलुरु से नित्य भ्रम पैदा करने वाली सूचनाएं आ रही थीं। कभी वेंटीलेटर में सांस चलने की बात होती थी तो कभी मुआवजा के सम्बन्ध में। घर वाले घटना को लेकर उसी दिन से कन्फ्यूज थे। बताया जाता है कि बेंगलुरु के अस्पताल से वेंटीलेटर से निकालकर और कानपुर के लिए रेफर दिखाकर शव को घर तक पहुंचाया गया है। मृतक के पिता ने स्थानीय थाना में पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है। मृतक अभिषेक रोजी रोटी कमाने के लिए मजदूरों की टोली के साथ बेंगलुरु गया था जहां पर 33 केवी का करेंट लगने से यह घटना हुई है। यहां के करीब 40 मजदूर बेंगलुरु में काम करते हैं। जिन्हें इस घटना के कारण मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है।