प्रयागराज में मंगलवार को युवक-युवती एक ही कमरे में फंदे से लटके मिले। दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। घरवालों का कहना है कि घर से भागने के बाद युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज हुआ था। वह जेल गया, फिर जमानत पर आने के बाद दोनों साथ रहने लगे। दोनों का शव एक ही कमरे में रस्सी के सहारे लटका मिला। पुलिस के मुताबिक, आसपास के लोगों ने बताया कि सोमवार रात युवक-युवती के बीच विवाद हुआ था। आशंका यह भी है कि युवक ने पहले हत्या कर युवती को फंदे से लटका दिया, फिर खुद फांसी लगा ली।
हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मामला क्लियर होगा। खबर पाकर पुलिस अधिकारी पहुंच गए। फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। कमरे में सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना का कारण परिवार वाले भी नहीं बता पा रहे हैं। पुलिस पूछताछ कर रही है। घटना शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र के मेंहदौरी इलाके में कांशीराम आवास योजना की है। 30 साल के राजेंद्र उर्फ भगवान दास और 20 साल की लक्ष्मी उर्फ नेहा के शव फंदे से लटके मिले हैं।
राजेंद्र कुमार उर्फ भगवान दास बहरिया थाना क्षेत्र के जुगनू डीह गांव का रहने वाला था, जबकि लक्ष्मी शहर के मेंहदौरी इलाके की है। राजेंद्र के भाई की ससुराल नवाबगंज में है और लक्ष्मी की मौसी नवाबगंज में रहती हैं। वहीं दोनों की मुलाकात हुई और एक-दूसरे से प्यार कर बैठे। 2021 में राजेंद्र और लक्ष्मी घर से भाग गए थे। तब नवाबगंज थाने में पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज हुआ था। राजेंद्र जेल चला गया। एक साल पहले वह जेल से छूटा तो फिर से दोनों साथ रहने लगे। सोमवार को राजेंद्र लक्ष्मी को लेकर मेंहदौरी कॉलोनी पहुंचा। रात में दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद सुबह दोनों फंदे से लटके मिले।