करनाल: इंद्री हल्के में कमालपुर रोडान गांव में एक दंपति की हत्या का मामला सामने आया था. जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया. पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस जघन्य अपराध का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि दंपति का इकलौता बेटा हिम्मत सिंह है. करनाल पुलिस ने हिम्मत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. यह हत्याकांड संपत्ति विवाद की वजह से हुआ, जिसने परिवार के रिश्तों को कलंकित कर दिया.
संपत्ति विवाद ने ली माता-पिता की जान: पुलिस जांच में डीएसपी सतीश गौतम ने बताया कि हिम्मत सिंह और उसके पिता महेंद्र सिंह के बीच लंबे समय से संपत्ति को लेकर तनातनी चल रही थी. महेंद्र सिंह ने इस विवाद को लेकर कोर्ट में केस भी दर्ज कराया था. इसी अनबन ने हिम्मत को अपने माता-पिता के खिलाफ खौफनाक कदम उठाने के लिए उकसाया. 13-14 मार्च की रात उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
ड्रिल मशीन से की मां-बाप की हत्या: डीएसपी के अनुसार, आरोपी ने होली के दिन अपने पिता की शराब पीने की आदत का फायदा उठाया. रात के समय दीवार फांदकर घर में घुसा और ड्रिल मशीन से पहले पिता महेंद्र सिंह की हत्या की. मां बाला देवी के शोर मचाने पर उसने उनका मुंह दबाकर उनकी भी जान ले ली. इसके बाद दोनों शवों को गगसीना नहर में ठिकाने लगा दिया.
पुलिस की सतर्कता से सुलझी गुत्थी: डीएसपी गौतम ने बताया कि सीआईए 2 की टीम ने घटना की गहन जांच की और संदेह के आधार पर हिम्मत सिंह को हिरासत में लिया. शुरुआत से ही पुलिस को पारिवारिक विवाद पर शक था और हिम्मत का व्यवहार संदिग्ध लग रहा था. पूछताछ में उसने हत्या की पूरी कहानी बयान की. मृतका बाला देवी का शव पानीपत नहर से बरामद कर लिया गया है, जबकि महेंद्र सिंह की तलाश अभी जारी है. पुलिस और गोताखोरों की टीम लगातार नहर में शव खोजने की कोशिश कर रही है.
आरोपी से आगे की पूछताछ जारी: हिम्मत सिंह को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि हत्या में कोई और शामिल था या नहीं. साथ ही, महेंद्र सिंह के शव को ढूंढने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. हिम्मत शादीशुदा है और अपनी पत्नी के साथ उचाना गांव में रहता था. इस घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है. पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही मामले की सभी परतें खुलेंगी.