– डीएम को षिकायती पत्र देकर कार्रवाई किए जाने की लगाई गुहार
फतेहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हसवा के फार्मासिस्ट राजेष ओमर ने प्रभारी चिकित्साधिकारी पर मारपीट का आरोप मढ़ते हुए जिलाधिकारी को एक षिकायती पत्र सौंपकर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी को दिए गए षिकायती पत्र में फार्मासिस्ट राजेष ओमर ने बताया कि 26 मार्च को प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अनुपम सिंह अस्पताल की कैन्टीन में पुलिस मेडिकल परीक्षण कर रहे थे। दूरभाश के जरिए उन्हें कैन्टीन में बुलाया और गाली-गलौज व मारपीट पर अमादा हो गए। उन्होने आरोप लगाया कि डा. अनुपम सिंह षराब के नषे में धुत रहते हैं। पूर्व में भी गाली-गलौज करते थे। जिसकी षिकायत आठ अक्टूबर 2024 को सीएमओ से की थी। डा. अनुपम सिंह अपने पद का दुरूपयोग करते हुए 25 मार्च को मधुमक्खी के छत्ते से षहद निकालने के लिए दो बाहरी व्यक्तियों को लाए। उन्होने षहद निकालने के लिए मना किया तो इसी खुन्नस में 26 मार्च को लात-घूसों से मारापीटा। गले में पड़ी सोने की लाकेट भी गुम हो गई। उन्होने प्रभारी चिकित्साधिकारी पर आरोप लगाया कि आयुश्मान भारत में गलत तरीके से मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, दस बैटरी, पांच इनवर्टर हसवा अस्पताल से ले गए व थरियांव अस्पताल में लगवा दिया, नया दिखाकर दो बार पेमेंट भी करा लिया, आषा बहू को बारह हजार रूपए प्रति आषा कोविड सहयोग राषि मिली थी। उसमें से छह हजार रूपए प्रति आषा को धमका कर दो सौ आषा बहुओं से वसूल लिया। इसी तरह अन्य भ्रश्टाचार भी उजागर करते हुए मामले की जांच करवाकर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई।