– प्राकृतिक आपदा में केंद्र व प्रदेश सरकार आपके साथ खड़ी है: अजीत पाल
– मृतक आश्रितों को प्रतीकात्मक चेक सौंपते प्रभारी मंत्री अजीत सिंह पाल।
फतेहपुर। जनपद में गुरूवार को आयी आंधी व तूफान से हुई जनहानि/पशुहानि के प्रभावित परिवारजनों को मुख्यमंत्री के मंशानुरूप मृतक रामबाबू पुत्र हीरालाल निवासी मोहिउद्दीनपुर परगना कोड़ा तहसील बिंदकी की पत्नी श्रीकुंती देवी को चार लाख, मृतक अंशिका शुक्ला पुत्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ला निवासी नंदापुर परगना कोड़ा तहसील बिंदकी के पिता को चार लाख, मृतक मौजी पुत्र महाबली पैनाकला परगना गाजीपुर (घटनास्थल) निवासी मुसाफा तहसील बिन्दकी के तीनों पुत्रों को बराबर-बराबर चार लाख की धनराशि एवं पशुमालिक श्रीपाल पुत्र हनुमान के दो दुधारू पशुहानि पर 75 हजार की धनराशि की प्रतीकात्मक चेक का प्रभारी मंत्री/राज्यमंत्री इलेक्ट्रॉनिक तथा सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग अजीत सिंह पाल ने कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में वितरित किया। साथ ही परिजनों को अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ढाढस बंधाया। कहा कि इस दुख की घड़ी में भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार आपके साथ खड़ी है। किसी भी प्रकार की समस्या है तो सरकार उसकी प्राथमिकता के साथ निस्तारण कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दैवीय आपदा से होने वाली क्षति को गंभीरता के साथ प्राथमिकता से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से नियमानुसार कार्यवाही कर संतृप्त किया जाये। जनपद में 22 मई को आए आंधी तूफान से जनपद में कुल 06 जनहानिया एवं पांच दुधारू पशु एवं 11 छोटे पशु (भेड़, बकरी) की क्षति हुई है। इस अवसर विधायक खागाकृष्णा पासवान, विधायक जहानाबाद राजेन्द्र सिंह पटेल, विधायक अयाह शाह विकास गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल, जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) अविनाश त्रिपाठी, उपजिलाधिकारी सदर, बिन्दकी, जिला विकास अधिकारी, पीड़ी डीआरडीए सहित संबंधित उपस्थित रहे।
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तीन परिवारों ने सहायता लेने से किया मना
फतेहपुर। बिंदकी तहसील क्षेत्र के मृतक बदरी पुत्र परसादी, मृतक शिलावती पत्नी बदरी निवासीगण गजखेडा मजरे कोटिया व असलम पुत्र शौकत निवासी भुलभूलियापुर परगना कोड़ा बिंदकी के परिवारजनों ने लिखित रूप से माता-पिता व पति के शव का पोस्टमार्टम कराने व अहेतुक सहायता लेने से मना कर दिया है।
