प्रयागराज : धर्मनगरी प्रयागराज में रिश्तों को तार-तार करने वाला एक सनसनीखेज मर्डर केस सामने आया है. पुलिस के खुलासे में सामने आया है कि इस हत्याकांड को मृतक छात्र के रिश्ते में लगने वाले दादा ने अंजाम दिया है. उसकी निशानदेही पर मृतक छात्र का कटा हुआ सिर और हाथ-पैर भी बरामद हो गया है. फिलहाल पुलिस ने हत्यारोपी दादा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी दादा ने बेहद चौकानें वाले खुलासे हुए हैं. जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने बेटे और बेटी की मौत के बाद एक तांत्रिक का सहारा लिया था. उसी के बहकावे में आकर आरोपी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी शरण सिंह ने कबूल किया कि उसने इस खौफनाक वारदात की योजना एक महीने पहले ही बना ली थी. बलि देने के लिए मैने आरी और चापड़ खरीदा, शव को ठिकाने लगाने के लिए पॉलीथिन और बैग का इंतज़ाम किया. फिर बहाने से पीयूष को अपने घर बुलाया और मां काली की प्रतिमा के सामने मंत्र पढ़ते हुए उसका सिर काट दिया. इसके बाद हाथ-पैर अलग कर शव के टुकड़े पॉलीथिन में भर दिए. खून की गंध न फैले इसके लिए 4 लीटर इत्र छिड़क दिया और 100 धूपबत्तियां जला दीं.
बेफिक्र होकर कर रहा था आराम
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वारदात के बाद मैने पीयूष के शरीर के टुकड़े तीन थाना क्षेत्रों में अलग-अलग जगह फेंक दिए, ताकि पहचान न हो सके. पूछताछ में उसने यह भी कहा कि एक तांत्रिक ने उसे बताया था कि उसके परिवार पर काली छाया है और ये सब उसकी भाभी (यानी पीयूष की दादी) कर रही है. तांत्रिक के कहने पर ही उसने परिवार की रक्षा के लिए बच्चे की बलि देने का निश्चय किया. हालांकि पुलिस ने धड़ मिलने के चार घंटे के भीतर आरोपी की निशानदेही पर पीयूष का सिर और हाथ-पैर बरामद कर लिए. चौंकाने वाली बात यह रही कि वारदात के बाद भी शरण सिंह बेफिक्र होकर सुबह-शाम घर के बाहर कुर्सी डालकर बैठा रहता था.
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वारदात के बाद मैने पीयूष के शरीर के टुकड़े तीन थाना क्षेत्रों में अलग-अलग जगह फेंक दिए, ताकि पहचान न हो सके. पूछताछ में उसने यह भी कहा कि एक तांत्रिक ने उसे बताया था कि उसके परिवार पर काली छाया है और ये सब उसकी भाभी (यानी पीयूष की दादी) कर रही है. तांत्रिक के कहने पर ही उसने परिवार की रक्षा के लिए बच्चे की बलि देने का निश्चय किया. हालांकि पुलिस ने धड़ मिलने के चार घंटे के भीतर आरोपी की निशानदेही पर पीयूष का सिर और हाथ-पैर बरामद कर लिए. चौंकाने वाली बात यह रही कि वारदात के बाद भी शरण सिंह बेफिक्र होकर सुबह-शाम घर के बाहर कुर्सी डालकर बैठा रहता था.
1 महीने से कर रहा था रेकी
पुलिस पूछताछ में शरण सिंह ने बताया कि उसने वारदात से पहले करीब एक महीने तक पीयूष की रैकी की थी. वह अक्सर स्कूल जाते वक्त उसे रास्ते में रोककर बातचीत करता था ताकि उसका विश्वास जीत सके. 26 अगस्त की सुबह जब पीयूष स्कूल के लिए घर से निकला तो शरण सिंह ने आवाज देकर उसे बुलाया और अपने घर ले जाकर हत्या कर दी.
पुलिस पूछताछ में शरण सिंह ने बताया कि उसने वारदात से पहले करीब एक महीने तक पीयूष की रैकी की थी. वह अक्सर स्कूल जाते वक्त उसे रास्ते में रोककर बातचीत करता था ताकि उसका विश्वास जीत सके. 26 अगस्त की सुबह जब पीयूष स्कूल के लिए घर से निकला तो शरण सिंह ने आवाज देकर उसे बुलाया और अपने घर ले जाकर हत्या कर दी.
ऐसे लगाया शव को ठिकाने
आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद उसने पीयूष के शव को टुकड़ों में बांटकर अलग-अलग जगह फेंका. सिर को अलग पॉलीथिन में रखकर रसूलपुर कछार के पास कूड़े के ढेर में डाल दिया. हाथ-पैर थाना अतारसुईया क्षेत्र के एक नाले में फेंके, जबकि धड़ बड़ा होने के कारण पहले उसे साड़ी में लपेटा और फिर पॉलीथिन में भरकर स्कूटी से नैनी पुल पार कर थाना औद्योगिक क्षेत्र के हाईटेक सिटी के पास नाले में फेंक दिया.
आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद उसने पीयूष के शव को टुकड़ों में बांटकर अलग-अलग जगह फेंका. सिर को अलग पॉलीथिन में रखकर रसूलपुर कछार के पास कूड़े के ढेर में डाल दिया. हाथ-पैर थाना अतारसुईया क्षेत्र के एक नाले में फेंके, जबकि धड़ बड़ा होने के कारण पहले उसे साड़ी में लपेटा और फिर पॉलीथिन में भरकर स्कूटी से नैनी पुल पार कर थाना औद्योगिक क्षेत्र के हाईटेक सिटी के पास नाले में फेंक दिया.
पुलिस ने खंगाले 200 CCTV फुटेज
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने सुबह हत्या की और शाम तक शव के टुकड़े ठिकाने लगाता रहा. उसी दिन शाम को पुलिस को स्कूटी की जानकारी मिली और रातभर करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद 27 अगस्त की सुबह आरोपी को घर से गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के करीब चार घंटे बाद पुलिस ने शव के सभी टुकड़े बरामद कर लिए.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने सुबह हत्या की और शाम तक शव के टुकड़े ठिकाने लगाता रहा. उसी दिन शाम को पुलिस को स्कूटी की जानकारी मिली और रातभर करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद 27 अगस्त की सुबह आरोपी को घर से गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के करीब चार घंटे बाद पुलिस ने शव के सभी टुकड़े बरामद कर लिए.